'इस मोड़ से जाते हैं' में अनोखा कॉन्सेप्ट

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इस मोड़ से जाते हैं में अनोखा कॉन्सेप्ट
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भारतीय समाज के संवेदनशील मुद्दों को लेकर लोगों की सोच पर सवाल उठाने वालीं अपनी विचारोत्तेजक कहानियों के लिए जाना जाने वाला चैनल ज़ी टीवी अब एक और खास कहानी लेकर आया है, जो दर्शकों को उन औरतों के प्रति दोबारा सोचने पर मजबूर कर देगी,‌ जो अपने सहयोगी पुरुषों से ज्यादा सफलता हासिल कर रही हैं। एक औरत से अक्सर कहा जाता है कि सिर्फ अपने करियर पर ही नहीं, अपनी शादी पर भी ध्यान दो। यदि आप करियर में लगातार सफलता हासिल करती हैं, तो बहुत जल्द रिश्ते आपके हाथ से निकल जाएंगे। और यदि, एक औरत काम में आगे बढ़ जाती है, तो उसे संभवतः अपने पति से ज्यादा सफल माना जाता है और उसे आगाह किया जाता है कि उसकी सफलता से उसके पति असुरक्षा महसूस कर सकते हैं और इससे उसकी शादी भी टूट सकती है।

कुछ ऐसी ही उलझन है परागी पराशर की, जो ज़ी टीवी के अगले फिक्शन शो 'इस मोड़ से जाते हैं' की नायिका हैं। वो संजय पाठक नाम के लड़के से प्यार करती हैं और उसके साथ मिलकर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रही हैं। जहां दोनों ही आईएएस अधिकारी बनने की हसरत रखते हैं, वहीं यह शो इन दोनों के परिवारों की सोच दर्शाता है,‌ जब परागी अच्छे नंबरों से यूपीएससी परीक्षा पास कर लेती है, जबकि संजय ऐसा नहीं कर पाता!

'इस मोड़ से जाते हैं' में पॉपुलर टेलीविजन एक्ट्रेस अक्षिता मुद्गल, परागी का रोल निभाएंगी, जो एक स्मार्ट, हाजिरजवाब और पढ़ने-लिखने वाली लड़की है। दूसरी ओर, हितेश भारद्वाज, संजय का रोल निभाएंगे। दोनों इस शो में आईएएस उम्मीदवारों के रूप में नजर आएंगे। इस मोड़ से जाते हैं शो का प्रसारण छह दिसंबर से शाम साढ़े छह बजे प्रसारित किया जाएगा।

अक्षिता मुद्गल कहती हैं, ''मुझे लगता है कि 'इस मोड़ से जाते हैं' की सबसे अच्छी बात है इसका अनोखा कॉन्सेप्ट और परागी और संजय के किरदार। हमारी कहानी बताती है कि जब एक पत्नी अपने पति से एक कदम आगे निकल जाती है, तो इस पर समाज की क्या प्रतिक्रिया होती है। हमारी परवरिश इस तरह से हुई है, जहां करियर के मामले में मर्दों से ज्यादा सफलता की उम्मीद की जाती है और ये माना जाता है कि महिलाएं काम तो कर सकती हैं, लेकिन करियर में मर्दों से एक कदम आगे नहीं रह सकतीं।''

हितेश भारद्वाज कहते हैं, ''मेरा मानना है कि अब वक्त आ गया है, जब हम समाज के ऐसे नियमों को बदलें, जो यह बताते हैं कि एक पुरुष को अपने करियर में अपनी पत्नी से ज्यादा सफल होना चाहिए। हमारा शो उन प्रतिक्रियाओं के बारे में बात करता है, जिनका सामना एक दंपति को करना पड़ता है, जब आईएएस अधिकारी बनने के अपने लक्ष्य में पत्नी अपने पति से कुछ कदम आगे निकल जाती है। एक समझदार और संवेदनशील पति के रूप में मेरा किरदार संजय हर वक्त परागी का साथ देता है।''

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