अयोध्या में विकास के लिए सरकार तैयार कर रही है कार्य योजना
रामलला के मंदिर का निर्माण अब समय की बात है और इस को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय...
रामलला के मंदिर का निर्माण अब समय की बात है और इस को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय...
रामलला के मंदिर का निर्माण अब समय की बात है और इस को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और फाइव स्टार होटल की सुविधा करने के लिए कमर कस ली है।रामलला के मंदिर बनने पर अयोध्या में ना सिर्फ देश बल्कि विदेश से भी लोगों का आना होगा और उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए और साथ ही स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार कार्य योजना तैयार कर रही है|
जिसमें अयोध्या रेलवे स्टेशन का विस्तार भी है इसके अलावा अयोध्या से फैजाबाद के बीच 5 किलोमीटर का एक लंबा फ्लाईओवर बनाए जाना भी प्रस्तावित है।सरकार स्टैचू ऑफ यूनिटी की तरह भगवान राम की ढाई सौ मीटर से ऊंची विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा लगाने का भी विचार कर रही है साथ ही शरीर में वोटिंग और रूस चलाने की भी तैयारी है।
सरकार तभी सफल होगी जब अयोध्या विश्व के मानचित्र पर आएगा और अयोध्या किसी विश्व के बड़े शहर की तरह संरक्षित किया जाएगा अयोध्या में राम के साथ-साथ भारत के सनातनी पद्धति के जितने भी भगवान हैं उन सभी के लिए व्यवस्था करनी चाहिए।रामलला का दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु भी अयोध्या पहुंचने लगे हैं अब सरकार को ध्यान देने की जरूरत है कि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो और रामलला टेंट में से निकल कर जल्द ही गर्भगृह में स्थापित हो जाए।