शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शिक्षण प्रणाली में हो अच्छे शोध कार्य.....

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शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शिक्षण प्रणाली में  हो अच्छे  शोध कार्य.....


नेशनल पी जी कालेज की प्रचार्य डाॅ नीरजा सिंह ने बताया कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए जरुरी है कि अच्छे शोध कार्य हो और इसके लिए हम हर तरह से प्रयास कर रहें हैं। आगे उन्होंने बताया कि पठन- पाठन के साथ सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का भी पूरी सख्ती से पालन हो रहा है। जहाँ एक ओर काॅलेज में सेनेटाइज़ेशन का पूरा ध्यान रखा जाता है वहीं दूसरी ओर काॅलेज कैम्पस में बिना मास्क प्रवेश पर भी रोक है। इसके साथ ही छात्राओं की शिक्षा में कोई बाधा न पड़े इस बात का ध्यान रखते हुए आॅनलाइन क्लासेस भी चलाई जा रही हैं।

प्राचार्य ने बताया कि मिशन शक्ति के अनुरूप कई कार्यक्रम हो रहें हैं, विमेन एंड ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर भी कार्यक्रम के ज़रिए छात्रों को जागरूक किया गया और इसके साथ प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हो रहा है। उन्होंने बताया कि

हमारा कालेज में दस साल से सेमेस्टर सिस्टम पर चल रहा है , इसके साथ ही दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र द्वारा वोकेशनल ट्रेनिंग भी दी जाती है , इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी और राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी का अध्ययन केंद्र भी कालेज में है।

आज कॉलेज बढ़ती गतिविधियों और अकादमिक मांगों के साथ तालमेल बैठा रहा है। विज्ञान संकाय, प्रबंधन अध्ययन संकाय और कंप्यूटर विज्ञान संकाय शुरू किए गए थे और प्रयोगशालाओं की आवश्यक संख्याएँ स्थापित की गई थीं। हर शैक्षणिक ब्लॉक में महिला छात्रों के लिए अलग-अलग कॉमन रूम हैं, जिसमें महिला छात्रों, पुरुष छात्रों और कर्मचारियों के लिए अलग से वॉशरूम हैं।

उन्होंने बताया कि शारीरिक रूप से विकलांग छात्रों के उपयोग के लिए लिफ्ट की स्थापना और रैंप का निर्माण कर कॉलेज को सुलभ बनाया गया है। दृष्टिबाधित छात्रों के लिए ऑडियो बुक्स, स्क्रीन-रीडिंग सॉफ्टवेयर, ब्रेल डिस्प्ले और स्कैनिंग सुविधाएं उपलब्ध हैं। डिस्लेक्सिया और श्रवण-हानि से पीड़ित छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

शिवांग

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