अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी वर्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे मुख्य अतिथि................
. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर यूनिवर्सिटी में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके साथ केंद्रीय शिक्षा...
 Managing Editor | Updated on:22 Dec 2020 9:59 AM IST
Managing Editor | Updated on:22 Dec 2020 9:59 AM IST
. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर यूनिवर्सिटी में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके साथ केंद्रीय शिक्षा...
. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर यूनिवर्सिटी में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी शिरकत करेंगे ।
प्रशासन ने विश्वविद्यालय में होने वाले कार्यक्रम के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली है । प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम वर्चुअल ही सही लेकिन अलीगढ़ यूनिवर्सिटी की पूरी रवायतों के साथ संपन्न होगी । आज पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों को संबोधित करेंगे ।
सुबह 10:00 बजे कुरान ख्वानी के साथ कार्यक्रम की शुरुआत होगी । यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर औपचारिक परिचय कराएंगे । करीब 5 मिनट तक कुलपति का संबोधन का समय रहेगा , इसके बाद एकेडमी के निदेशक अली मोहम्मद नक्वी विश्वविद्यालय के 100 वर्षों की उपलब्धियों को सबके सामने रखेंगे , वहीं पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के विमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोफेसर नईमा खातून महिलाओं की शिक्षा में यूनिवर्सिटी के योगदान के विषय पर अपना विचार प्रकट करेंगी।
विश्वविद्यालय के चांसलर सैयदाना मफादुल सैफुद्दीन अपने विचार व्यक्त करेंगे। 15 मिनट तक केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक समारोह को संबोधित करेंगे। उनके बाद प्रधानमंत्री मोदी एएमयू के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक डाक टिकट को जारी करेंगे । और फिर यूनिवर्सिटी के छात्रों को संबोधित करेंगे ।नरेंद्र मोदी का वर्चुअल संबोधन अलीगढ़ के अलावा दुनिया के 100 से अधिक देशों में सुना जाएगा।
एक अनुमान के मुताबिक, देश और दुनिया में एक करोड़ से अधिक लोग प्रधानमंत्री के संबोधन को सुनेंगे। यह विश्वविद्यालय के 100 वर्ष के इतिहास में पहली बार होगा कि किसी कार्यक्रम में शामिल हो रहे मुख्य अतिथि को इतनी बड़ी संख्या में सुना जाएगा। इसे एक ऐतिहासिक कार्यक्रम के रूप में भी देखा जा रहा है क्योंकि इससे पहले किसी प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधन नहीं किया है ।
इस तरह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष पर एक और इतिहास निर्मित होगा और इसी के साथ ही कार्यक्रम का समापन होगा ।
















