यूजीसी ने कहा 40% तक कोर्स छात्र स्वयं पोर्टल के द्वारा कर सकते है , विश्वविद्यालयों को लिखी चिट्ठी
शिक्षा की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए 28 जून 2022 को यूजीसी के सचिव प्रोफेसर रजनीश जैन ने एक पत्र विभिन्न विश्वविद्यालयों को जारी किया है।...
शिक्षा की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए 28 जून 2022 को यूजीसी के सचिव प्रोफेसर रजनीश जैन ने एक पत्र विभिन्न विश्वविद्यालयों को जारी किया है।...
शिक्षा की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए 28 जून 2022 को यूजीसी के सचिव प्रोफेसर रजनीश जैन ने एक पत्र विभिन्न विश्वविद्यालयों को जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है की अब विश्वविद्यालय किसी भी सेमेस्टर में 40% तक का सिलेबस का हिस्सा किसी भी ऑनलाइन माध्यम जो स्वयं के अंतर्गत आता हो के द्वारा किया जा सकता है।
स्वयं मतलब स्टडी वेव्स आफ एक्टिव लर्निंग फॉर यंग एस्पायरिंग माइंड्स भारत सरकार का एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है जिसमें यूजीसी के अलावा कई और सेंटर हैं जो यूजी और पीजी लेवल पर मूक (मैसिव ओपन ऑनलाइन लर्निंग) के माध्यम से वीडियो और टेक्स्ट प्रोवाइड करते हैं ।
टेक्स्ट और वीडियो होने से विद्यार्थियों को उस विषय को सीखने में सहजता होती है।
इस पत्र के माध्यम से जिस लिस्ट की बात की गई है उसमें सीईसी, आई आई एम बेंगलुरु, एनपीटीएल और इग्नू के मूक कार्यक्रम शामिल है।
विश्वविद्यालय के छात्र और फैकेल्टी चाहे तो इस कार्यक्रम के माध्यम से अपने बच्चों को पढ़ा सकते हैं।
जिसमें रुचिकर वीडियो टेक्स्ट और साथ ही साथ कई तरह की एक्सरसाइज भी है जिससे बच्चे का मन उस विषय को पढ़ने में लगा रहेगा।
आने वाले समय में ऑनलाइन माध्यम से ही डिग्री लेना और पढ़ना भी हो पाएगा और हो सकता है कि ऑनलाइन ऐसे विश्वविद्यालय खुल जाए जहां आपको जाने की जरूरत ना हो और आप घर बैठे इस तरह के कार्यक्रम से यूजी और पीजी डिग्री ले पाए।
पत्र के माध्यम से विभिन्न विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि वो डीन अकादमिक या फिर अकादमिक कौंसिल से इसे पास कर अपने - विश्वविद्यालय में लागू कर सकते है |
List of MOOCs offered by following National Coordinators
CEC
IIM-B
NPTEL
IGNOU
अगर आपको विभिन्न कोर्स के बारे में जानना है तो ऊपर दिए गए संस्थान की वेबसाइट पर या स्वयं पोर्टल पर जाकर बाकी की डिटेल देख सकते है |