कुर्सी बचाने में कामयाब हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान....
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ही रहेंगे। इमरान खान के राजनीतिक भविष्य पर सबसे बड़ा फैसला हो गया है और उन्होंने पाकिस्तानी संसद में विश्वासमत...
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ही रहेंगे। इमरान खान के राजनीतिक भविष्य पर सबसे बड़ा फैसला हो गया है और उन्होंने पाकिस्तानी संसद में विश्वासमत...
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ही रहेंगे। इमरान खान के राजनीतिक भविष्य पर सबसे बड़ा फैसला हो गया है और उन्होंने पाकिस्तानी संसद में विश्वासमत हासिल कर लिया है। पाकिस्तान संसद में इमरान खान ने अपना बहुमत परीक्षण के दौरान अपना बहुमत साबित कर दिया है।
जिसके बाद पाकिस्तान की राजनीति में मचा बवाल शांत हो जाने की उम्मीद है। इमरान खान को बहुमत साबित करने के लिए 172 वोटों की जरूरत थी लेकिन इमरान खान के समर्थन में पाकिस्तान संसद में 178 वोट डाले गये। इमरान खान पाकिस्तान के इतिहास में दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो नेशनल एसेंबली में अपनी इच्छा से विश्वास मत का सामना किया। इससे पहले नवाज शरीफ ने सन् 1993 में स्वेच्छा से विश्वास मत का सामना किया था।
इमरान खान ने अविश्वास मत का सामना करने से पहले व्हिप जारी किया था। व्हिप जारी करने से पहले भावुक इमरान ने कहा था कि ''आपको प्रधानमंत्री पर अविश्वास प्रस्ताव पर होने जा रही वोटिंग में पार्टी के निर्देशों के मुताबिक वोट डालने हैं।
अगर कोई नेता वोटिंग में शामिल नहीं हुआ या पार्टी के निर्देश के मुताबिक मतदान नहीं किया गया, तो पार्टी प्रमुख किसी भी सदस्य को देशद्रोही करार दे सकता है और इसकी सूचना चुनाव आयोग को दे दी जाएगी।' सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा था कि विश्वास प्रस्ताव के दौरान वोडा मतदान कर सकते हैं, क्योंकि उनका इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। हालांकि, विपक्ष ने जोर देकर कहा कि वह वोट नहीं दे सकता क्योंकि उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है।
अराधना मौर्या