हार्ट ऑफ एशिया समिट का आगाज, भारतीय विदेश मंत्री बोले- अफगानिस्तान के लिए जरूरी है 'दोहरी शांति'...
ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में हार्ट ऑफ एशिया समिट का आगाज हो चुका है. जिसमें भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शिरकत कर रहे हैं. विदेश...
ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में हार्ट ऑफ एशिया समिट का आगाज हो चुका है. जिसमें भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शिरकत कर रहे हैं. विदेश...
ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में हार्ट ऑफ एशिया समिट का आगाज हो चुका है. जिसमें भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शिरकत कर रहे हैं. विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'अफगानिस्तान में एक स्थायी शांति के लिए, हमें एक वास्तविक 'दोहरी शांति' की आवश्यकता है, अफगानिस्तान के भीतर शांति और अफगानिस्तान के आसपास शांति. इसमें उस देश के भीतर और उसके आसपास सभी के हितों के सामंजस्य की आवश्यकता होती है. अगर शांति प्रक्रिया को सफल बनाना है, तो ये सुनिश्चित करना आवश्यक है कि बातचीत करने वाले पक्ष एक राजनीतिक समाधान तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध हो.
Spoke at the 9th Heart of Asia Ministerial Conference in Dushanbe.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 30, 2021
Three key points: pic.twitter.com/M3Nl79Y6Tv
इस सम्मेलन से पहले भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से भी मुलाकात की थी. अफगानिस्तान में शांति के लिए की जा रही कोशिशों में भारत बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और अफगानिस्तान भारत को अपना सबसे नजदीकी दोस्त बताता है. इससे पहले पिछले हफ्ते अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने भी भारत का दौरा किया था, जहां उनकी मुलाकात भारतीय विदेश मंत्री के अलावा भारत के एनएसए अजित डोवाल से हुई थी. अफगानिस्तान में पिछले 19 सालों से ज्यादा वक्त से युद्ध चल रहा है, जिसमें हजारों लोग मारे गये हैं और अफगानिस्तान के कई हिस्से पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं.
अराधना मौर्या





