अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन बोले- वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके लोगों को मास्क पहनने की जरूरत नहीं, वही भारत में हालात ख़राब
अमेरिका में कोरोनावायरस से होने वाली तबाही के बाद अब फिर से नियंत्रण और रोकथाम के जरिए जिंदगी आम तरीके से जीने के दिन लौटते नजर आ रहे हैं। आपको बता...
अमेरिका में कोरोनावायरस से होने वाली तबाही के बाद अब फिर से नियंत्रण और रोकथाम के जरिए जिंदगी आम तरीके से जीने के दिन लौटते नजर आ रहे हैं। आपको बता...
अमेरिका में कोरोनावायरस से होने वाली तबाही के बाद अब फिर से नियंत्रण और रोकथाम के जरिए जिंदगी आम तरीके से जीने के दिन लौटते नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि सीडीसी ने कहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों खुराक ली है उन्हें मास्क पहनने की अब जरूरत नहीं है।
बता दें कि सीडीसी द्वारा बृहस्पतिवार को यह घोषणा करने के बाद राष्ट्रपति बाइडन और कमला हैरिस व्हाइट हाउस के गार्डन में पत्रकार के सामने बिना मास्क पहने पहुंचे। इस दौरान जो बाइडन ने कहा कि मुझे लगता है कि यह सबसे बड़ी कामयाबी है और आज बहुत बड़ा दिन है। अधिक से अधिक अमेरिकियों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगाने में हमारी असाधारण सफलता से यह संभव हुआ है।
बता दे किसी डीसी के दिशा निर्देशों का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि वैक्सीन की पूरी खुराक ले चुके लोगों को कोविड-19 से संक्रमित होने का खतरा बहुत कम है। उन्होंने कहा कि अगर आपने टीके की पूरी खुराक ले ली है तो आपको मास्क पहनने की जरूरत नहीं है।
लेकिन अगर आपने टीका नहीं लगवाया या आपको दो टीके लगने है और आपके केवल पहला टीका लगाया है लेकिन दूसरा नहीं या दूसरा टीका लगवाने के बाद दो हफ्ते पूरे होने का इंतजार नहीं किया तो आपको अब भी मास्क पहनने की आवश्यकता है।
इतना ही नहीं सीडीसी ने कहा कि अमेरिका के अंदर ही यात्रा करने वाले लोगों को यात्रा से पहले और उसके बाद जांच कराने कि अब आवश्यकता नहीं है। वैक्सीन कोविड-19 की बीमारी को रोकने के लिए प्रभावी साबित हो रही है तथा अधिक वैक्सीनेशन के जरिए अब लोगों में इस संक्रमण के फैलने का खतरा कम हो चुका है।
अमेरिका ने फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन के कोविड-19 रोधी टीकों को मंजूरी दी है। यह दिशा निर्देश इन्हीं टीकों पर लागू होते हैं। सीडीसी ने कहा कि साथ ही ये दिशा निर्देश विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हाल ही में आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दिए टीकों पर भी लागू हो सकते हैं। इनमें एस्ट्राजेनेका/ऑक्सफॉर्ड का टीका शामिल है।
नेहा शाह