अमेरिका ने दी ताइवान को लाखों खुराक वैक्सीन की मदद, ताइवान का आरोप चीन लगातार उत्पन्न कर रहा बाधा....
वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीन एकमात्र उपाय के रूप में कारगर साबित हो रहा है। जिसके लिए सभी देशों ने लगभग जी जान लगा दी है। आपको बता...
 Managing Editor | Updated on:6 Jun 2021 5:24 PM IST
Managing Editor | Updated on:6 Jun 2021 5:24 PM IST
वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीन एकमात्र उपाय के रूप में कारगर साबित हो रहा है। जिसके लिए सभी देशों ने लगभग जी जान लगा दी है। आपको बता...
वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीन एकमात्र उपाय के रूप में कारगर साबित हो रहा है। जिसके लिए सभी देशों ने लगभग जी जान लगा दी है। आपको बता दें कि अमेरिका ने अपने बयान में कहा है कि वह ताइवान को कोविड-19 वैक्सीन मुहैया कराएगा। आपको बता दें कि वैक्सीन की लाखों खुराक देने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन के कदम के तहत ताइवान को वैक्सीन की 750,000 डोज दी जाएंगी।
अमेरिका द्वारा ताइवान को दी जा रही कोविड-19 वैक्सीन की खबर अमेरिकी सांसदों द्वारा रविवार को दी गई। इस बीच ताइवान ने भी शिकायत की है कि चीन महामारी के बीच वैक्सीन को प्राप्त करने के उसके प्रयास में बाधा उत्पन्न कर रहा है। इस पर डकवर्थ ने कहा कि हमलोग यहां एक मित्र के नाते आए हैं क्योंकि हम जानते हैं कि ताइवान इस वक्त चुनौती का सामना कर रहा है।
यही कारण है कि हम तीनों के लिए यहां द्विदलीय रूप में होना विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाता है। आपको बता दें कि अलास्का से रिपब्लिकन सांसद और सशस्त्र सेवा समिति के सदस्य डैन सुलिवन और डेलावेयर से डेमोक्रेटिक सांसद एवं विदेश मामलों की समिति के सदस्य क्रिस्टोफर कून्स भी रविवार को ताइवान पहुंचे।
आपको बता दें कि ताइवान ने आरोप लगाया है कि चीन लगातार ताइवान की विदेशी मदद की राह में बाधा डाल रहा है और विश्व स्वास्थ्य संगठन में हिस्सा लेने से उसे रोक रहा है। उन्होंने कहा कि हम लोग ऐसी रुकावटों से अनजान नहीं हैं, जोसेफ ने कहा कि ताइवान सौभाग्यशाली है कि उसे समान सोच वाले देशों का समर्थन मिला और यह तानाशाही के जवाब में देश की स्वतंत्रता और लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए मददगार है।
नेहा शाह
















