जबरन विस्थापन का व्यापक वैश्विक संकट एक गंभीर ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया है
प्रत्येक विश्व शरणार्थी दिवस अपने घरों से भागने के लिए मजबूर किए गए लाखों शरणार्थियों के साहस और दृढ़ता को, उनकी मेज़बानी करने वाले समुदायों की उदारता...
प्रत्येक विश्व शरणार्थी दिवस अपने घरों से भागने के लिए मजबूर किए गए लाखों शरणार्थियों के साहस और दृढ़ता को, उनकी मेज़बानी करने वाले समुदायों की उदारता...
प्रत्येक विश्व शरणार्थी दिवस अपने घरों से भागने के लिए मजबूर किए गए लाखों शरणार्थियों के साहस और दृढ़ता को, उनकी मेज़बानी करने वाले समुदायों की उदारता को, और उनकी मदद करने वाले मानवीय सहायता साझेदारों की एकजुट वैश्विक कोशिशों को मान्यता देने का अवसर प्रस्तुत करता है। हम आज के दिन इस खबर का संज्ञान लेते हैं कि जबरन विस्थापन का व्यापक वैश्विक संकट एक गंभीर ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया है, जिससे 26 मिलियन से अधिक शरणार्थियों सहित विस्थापन को मजबूर हुए 82 मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हैं। ये आंकड़े और इस वर्ष के विश्व शरणार्थी दिवस के लिए संयुक्तराष्ट्र शरणार्थी एजेंसी की थीम, "मिलकर हम पीड़ा कम करते हैं, सीखते हैं, और प्रगति हैं," सभी राष्ट्रों से कार्रवाई की अपेक्षा करते हैं ताकि शरणार्थियों को सुरक्षा, जीवनरक्षक देखभाल और सीखने के अवसरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके, और वे अपने मेज़बान समुदायों के बीच क़ामयाब हो सकें।
अमेरिका मानवीय सहायता और कूटनीति में अपनी नेतृत्वकारी भूमिका के ज़रिए दुनिया भर में शरणार्थियों की पीड़ा को कम करने हेतु अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है और हम तत्काल मानवीय सहायता ज़रूरतों को पूरा करने तथा शरणार्थी आशा एवं सम्मान के साथ रह सकें इसके लिए टिकाऊ समाधान ढूंढने के वास्ते बहुपक्षीय साझेदारी हेतु प्रतिबद्ध हैं। कोई भी देश अकेले इस वैश्विक संकट से नहीं निपट सकता और कोई भी देश जबरन विस्थापन के नकारात्मक प्रभावों से अछूता नहीं है। हम सब इसमें साथ हैं।
अमेरिका एक बार फिर से शरणार्थी पुनर्वास के मामले में नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहा है, जिसमें 1980 के बाद से 3.1 मिलियन से अधिक शरणार्थियों को पनाह देने वाला अमेरिकी शरणार्थी प्रवेश कार्यक्रम शामिल है। हमने पहले ही वित्तीय वर्ष 2021 के लिए वार्षिक शरणार्थी प्रवेश लक्ष्य को बढ़ाकर 62,500 करने और पुनर्वास हेतु क्षेत्रीय आवंटन व्यवस्था बहाल करने के लिए अहम क़दम उठा चुके हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अमेरिकी शरणार्थी प्रवेश कार्यक्रम की उपलब्धता शरणार्थियों की स्थिति पर आधारित हो, दुनिया के सभी क्षेत्रों के लिए पुनर्वास की आपात ज़रूरतों का समाधान करती हो, और शरणार्थियों का स्वागत करने की अमेरिकी परंपरा को प्रतिबिंबित करती हो। बाइडेन-हैरिस प्रशासन अमेरिका के सर्वोच्च मूल्यों को अपनी विदेश नीति के केंद्र में रख रहा है और उन उत्पीड़ित लोगों को भरोसा दे रहा है जिन्हें कि स्थायी पुनर्वास की आवश्यकता है।
शरणार्थी पुनर्वास उन कई तरीकों में से एक है जिसके ज़रिए अमेरिका दुनिया भर में जबरन विस्थापित लोगों की मदद करता है। मानवीय सहायता के दुनिया के सबसे बड़े एकल दाता के रूप में, अमेरिका विस्थापन संकट से निपटने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को बढ़ावा और समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वित्तीय वर्ष 2020 में, हमने वैश्विक स्तर पर शरणार्थियों के लिए सहायता सहित 10.5 बिलियन डॉलर से अधिक की मानवीय सहायता प्रदान की। जीवनरक्षक मदद और सेवाएं प्रदान करने के अलावा, हमारी सहायता स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के साथ-साथ आजीविका और शैक्षिक अवसर उपलब्ध कराने के हमारे मानवीय सहायता सहयोगी संगठनों के अथक प्रयासों का समर्थन करती है ताकि कोविड-19 महामारी से बने चुनौतीपूर्ण माहौल में भी उत्पीड़न से बचने के लिए पलायन कर रहे लोगों की पीड़ा कम हो सके, उन्हें सीखने का अवसर मिले और वे क़ामयाब हो सकें। हर कोई इन अवसरों का हक़दार है और हम मानवीय सहायता प्रयासों को जारी रखने और विश्व स्तर पर स्थायी समाधान ढूंढने में मदद के लिए अन्य देशों का आह्वान करते रहेंगे।
अमेरिका संकटपूर्ण परिस्थितियों में फंसे लोगों, वे चाहे जहां भी हों, का अंतरराष्ट्रीय संरक्षण बढ़ाने के लिए अपने कूटनीतिक प्रयासों को जारी रखेगा। हम उन सभी पक्षों के लिए एक विश्वसनीय साझेदार होंगे जो संघर्षों को समाप्त करना या जबरन विस्थापन और अस्थिरता के अन्य कारणों का समाधान करना चाहते हैं ताकि लोगों को जान बचाने के लिए पलायन नहीं करना पड़े, बल्कि उनके फलने-फूलने हेतु परस्थितियां बन सके।