भारत को वैक्सीन देने में देरी पर अमेरिका ने बताई कानूनी दिक्कतें, भारतीय मूल के सांसद ने उठाई आवाज
वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग के लिए भारत के साथ पुरा विश्व खड़ा है। अमेरिका लगातार भारत को दूसरी लहर के बाद वैक्सीन मुहैया करा रही है। परन्तु अब भारत...

वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग के लिए भारत के साथ पुरा विश्व खड़ा है। अमेरिका लगातार भारत को दूसरी लहर के बाद वैक्सीन मुहैया करा रही है। परन्तु अब भारत...
वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग के लिए भारत के साथ पुरा विश्व खड़ा है। अमेरिका लगातार भारत को दूसरी लहर के बाद वैक्सीन मुहैया करा रही है। परन्तु अब भारत को वैक्सीन मुहैया करवाने में हो रही है देरी को लेकर व्हाइट हाउस की तरफ से बड़ा बयान आया है।
बता दे कि व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को कहा कि जो बाइडेन प्रशासन कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ साझेदारी जारी रखने के लिए उत्सुक है, और अमेरिका लगातार भारत को कोराना वायरस के खिलाफ चल रहे इस जंग में मदद देगा, लेकिन वैक्सीन देने में जो देरी हो रही है, उसके पीछे अमेरिका जिम्मेदार नहीं है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी ने 6 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए संवाददाताओं से कहा कि, अमेरिका से भारत को कोरोना वायरस के टीके उपलब्ध कराने में देरी वाशिंगटन की वजह से नहीं है।'' उन्होंने कहा कि, 'मैं पहले कहूंगी कि कुछ देशों के साथ हमारे कानून और दूसरे रेग्यूलेट्री मुद्दे हैं, जिन्हें दूर करने की जरूरत है और हम लगातार टीके का वितरण कर रहे हैं'।
इस बीच भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने शुक्रवार को कहा कि, अमेरिका ने भारत को केवल 75 लाख वैक्सीन की खुराक ही उपलब्ध करवाई है, जो भारत जैसे देश के लिए बिल्कुल पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि ''जैसे ही हम भारतीय स्वतंत्रता दिवस के करीब पहुंच रहे हैं, हमें वैश्विक साझेदारी विकसित कर, कोरोना वायरस से अपनी स्वतंत्रता की घोषणा करने की आवश्यकता है।
नेहा शाह





