रूस की राजधानी मॉस्को में शुरू हुए टीकाकरण। 1 दिन में आए रिकॉर्ड 28782 मरीज
आपको बता दें कि रूस की राजधानी मॉस्को में कोरोनावायरस से बचने के लिए के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया शनिवार को ही शुरू हो गई है। मॉस्को में करीब 70...

आपको बता दें कि रूस की राजधानी मॉस्को में कोरोनावायरस से बचने के लिए के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया शनिवार को ही शुरू हो गई है। मॉस्को में करीब 70...
आपको बता दें कि रूस की राजधानी मॉस्को में कोरोनावायरस से बचने के लिए के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया शनिवार को ही शुरू हो गई है। मॉस्को में करीब 70 टीकाकरण सेंटर बनाया गया है। सबसे पहले टीका उन लोगों को लगाया जा रहा है जिनका संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक पाया गया है।
आपको बता दें कि रूस स्पूतनिक- वी नामक टीके का प्रयोग कर रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है, तथा 95% प्रभावी नतीजों के बाद ही हमने इस टीके के लिए कम से कम हजार लोगों का पंजीकरण शुरू किया है। अच्छी बात यह है कि हमने जिस पर भी इस टीके का ट्रायल किया उस पर कोई दुष्प्रभाव नहीं हुआ।
जिसके बाद रूस के प्रधानमंत्री ने इस टीके का वितरण टीकाकरण शनिवार से शुरू करने को कहा। बीबीएस की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल के अंत तक सिर्फ 20 लाख टीके बनने की उम्मीद है।
जिसके बाद मॉस्को के मेयर ने कहा कि हम सर्वप्रथम टीका स्कूल के कर्मचारियों , स्वास्थ्य कर्मियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को लगेगा। क्योंकि ये सभी लोग निरंतर काम करते आ रहे हैं और इनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टीका लगना बहुत आवश्यक है। और उन्होंने बताया कि सभी मरीजों को 21 दिनों के गैप 2 इंजेक्शन दिया जाएंगे।
उसने दावा किया कि उन्होंने सबसे पहले स्पूतनिक-वी टीके का आविष्कार किया तथा यह विश्व का सबसे पहला टीका होगा जो 95 फ़ीसदी सही साबित हुआ और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। मेयर ने यह भी दावा किया कि कुछ ही घंटों में लगभग 5000 पंजीकरण दर्ज कर लिए जाएंगे। टीकाकरण के इस प्रक्रिया के बाद मॉस्को में लगभग सदर टीकाकरण सेंटर खोले गए हैं जिस पर शिक्षक , स्वास्थ्य कर्मी , डॉक्टर व स्थानीय निकाय कर्मचारियों के लिए अपना अपना समय निर्धारित किया गया है।
आपको बता दें कि रूस में पिछले 24 घंटों में 28000 से ज्यादा मरीज सामने आए हैं जो कि बेहद चिंताजनक है। जिसके बाद कोई मरीजों की संख्या 24 ,31 ,731 हो गई।
रूस के प्रधानमंत्री पुतिन के टीकाकरण की घोषणा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद हुआ। आपको बता दें कि ब्रिटेन ने भी अपने देश के लिए टीकाकरण की उचित व्यवस्था कर ली है तथा वैज्ञानिकों द्वारा उनकी वैक्सीन भी सफल पाई गई है।
नेहा शाह





