पेशावर हमले में 100 लोगों की मौत से तिलमिलाई पाकिस्तानी सेना,अब देश को सुधरने की जरूरत, भारत में ऐसे हमले नहीं होते
आर्थिक रूप से पूरी तरह बदहाल हो ही गया है पाकिस्तान लेकिन अब राजनितिक और सुरक्षा मामले में भी काफी स्तर नीचे गिरता नज़र आ रहा है। पाकिस्तानी सेना ने...


आर्थिक रूप से पूरी तरह बदहाल हो ही गया है पाकिस्तान लेकिन अब राजनितिक और सुरक्षा मामले में भी काफी स्तर नीचे गिरता नज़र आ रहा है। पाकिस्तानी सेना ने...
आर्थिक रूप से पूरी तरह बदहाल हो ही गया है पाकिस्तान लेकिन अब राजनितिक और सुरक्षा मामले में भी काफी स्तर नीचे गिरता नज़र आ रहा है। पाकिस्तानी सेना ने पेशावर मस्जिद हमले के दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करने का संकल्प लिया है।पाकिस्तान पुलिस मुख्यालय में हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 100 लोग मारे गए हैं जिनमें 97 पुलिसकर्मी शामिल हैं। पुलिस चीफ ने कहा कि यह हमला टारगेटेड था। बता दें कि सोमवार को पेशावर के प्रांतीय परिसर स्थित मस्जिद में दोपहर की नमाज के लिए 300 से 400 पुलिसकर्मी इकट्ठे हुए थे। इसी दौरान इतना भयंकर धमाका हुआ कि एक दीवार छत सहित उड़ गई। सिटी पुलिस चीफ मुहम्मद इजाज खान ने कहा, "हम आतंकियों के खिलाफ आगे रहकर मोर्चा संभालते हैं इसलिए हमें ही टारगेट किया जा रहा है। उनका उद्देश्य हमें हतोत्साहित करना था।'. सोमवार को नमाज-ए-जौहर यानी दोपहर की नमाज के वक्त करीब 400 लोग जमा थे. तभी अचानक मस्जिद के अंदर एक तेज धमाका होता है, जिसकी वजह से 93 लोगों की मौत हो गई।
नमाजियों की भीड़ में जिस तरह से अचानक ही जोरदार धमाका हुआ, वो किसी फिदायीन हमले से ही मुमकिन था।यही वजह है कि हमले के फौरन बाद ही सुरक्षाबलों ने इस धमाके के पीछे आत्मघाती हमलावरों के होने की बात कहनी शुरू कर दी।लेकिन हमले के चंद घंटे गुजरते-गुजरते आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी टीटीपी ने ना सिर्फ इस धमाके की जिम्मेदारी ले ली, बल्कि ये भी साफ कर दिया कि ये हमला उसके फिदायीन हमलावरों ने ही अंजाम दिया था।
इस बीच आतंकवाद को हमेशा समर्थन करते आए पाकिस्तान को भी अब अहसास होने लगा है कि आतंकी उनके देश को ही नुकसान पहुंचाने लगे हैं. पेशावर ब्लास्ट के बाद पाक इस बीच आतंकवाद को हमेशा समर्थन करते आए पाकिस्तान को भी अब अहसास होने लगा है कि आतंकी उनके देश को ही नुकसान पहुंचाने लगे हैं.
पेशावर ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का बयान आया है. उन्होंने कहा, 'जिस तरह हमारे देश में नमाजियों पर आए दिन आतंकी हमले होते रहते हैं. श्रद्धालुओं पर ऐसे हमले भारत या इजराइल में कभी नहीं होते।'
प्रियांशु