चीन की जासूसी बैलून को अमेरिका के F-22 फाइटर जेट से दागी गई मिसाइल ने टुकड़े -टुकड़े कर डाले
। अमेरिका ने चीन के स्पाई बैलून को लेकर बहुत बड़ा एक्शन लिया है। जिस जासूसी बैलून पर जिनपिंग को नाज था वो अटलांटिक के समंदर में टुकड़े-टुकड़े...

। अमेरिका ने चीन के स्पाई बैलून को लेकर बहुत बड़ा एक्शन लिया है। जिस जासूसी बैलून पर जिनपिंग को नाज था वो अटलांटिक के समंदर में टुकड़े-टुकड़े...
।
अमेरिका ने चीन के स्पाई बैलून को लेकर बहुत बड़ा एक्शन लिया है। जिस जासूसी बैलून पर जिनपिंग को नाज था वो अटलांटिक के समंदर में टुकड़े-टुकड़े होकर गिर गया है। अमेरिका के आसमान में चीन का स्पाई बैलून अब इतिहास बनकर रह गया है। अमेरिकी वायुसेना ने मिसाइल से इस जासूसी बैलून को नेस्तनाबूद कर दिया। इसका वीडियो भी अब सामने आ गया है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि जिस गुब्बारे पर चीन को गुमान था उसे किस तरह से अमेरिका ने आसमान में मार गिराया। इसे वर्जीनिया के लैंगली एयर फोर्स बेस से उड़े एक एफ-22 रैप्टर लड़ाकू विमान ने दोपहर 2.39 मिनट पर मार गिराया। इसके लिए एक AIM-9X सुपरसोनिक हीट सीकिंग मिसाइल का इस्तेमाल किया गया।
अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि चीनी बैलून अमेरिकी हवाई क्षेत्र में जासूसी कर रहा था। इसका आकार तीन स्कूली बस के बराबर था। गुब्बारे को धवस्त करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, "हमने सफलतापूर्वक इसे मार गिराया है, और में अपने उन एविएटर्स को बधाई देना चाहता हूँ। जिन्होंने इसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।"
बड़ी बात ये भी है कि जिस मोटांना क्षेत्र में वो जासूसी बैलून उड़ रहा था, वहां पर अमेरिका का एक न्यूक्लियर मिसाइल क्षेत्र भी है, अमेरिकी सेना को शक था कि वो जासूसी गुब्बारा उन संवेदनशील इलाकों की ओर से गुजरेगा और कई जरूरी जानकारी चीन तक पहुंचाएगा। लेकिन क्योंकि उस गुब्बारे का आकार काफी बड़ा था, मलबा नीचे गिरने का भी डर था, इस वजह से फैसला लेने में देरी हुई, लेकिन फिर रविवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बैलून को गिराने की हरी झंडी दिखा दी और एक तय रणनीति के तहत समुद्र के ऊपर उस गुब्बारे को गिराया गया जिससे मलबा ज्यादा आबादी वाले क्षेत्र के पास ना गिरे।
(प्रियांशु )





