12 दिनों तक चले संघर्ष के बाद ईरान-इस्राइल युद्ध-विराम लागू
ईरान और इस्राइल के बीच युद्ध-विराम की घोषणा ने लाखों लोगों को अस्थायी राहत दी है। कथित तौर पर युद्ध-विराम स्थानीय समयानुसार सुबह 4 बजे से प्रभावी हुआ...


ईरान और इस्राइल के बीच युद्ध-विराम की घोषणा ने लाखों लोगों को अस्थायी राहत दी है। कथित तौर पर युद्ध-विराम स्थानीय समयानुसार सुबह 4 बजे से प्रभावी हुआ...
ईरान और इस्राइल के बीच युद्ध-विराम की घोषणा ने लाखों लोगों को अस्थायी राहत दी है। कथित तौर पर युद्ध-विराम स्थानीय समयानुसार सुबह 4 बजे से प्रभावी हुआ था, जबकि ईरानी शहरों पर इस्राइल के हमले इससे कुछ समय पहले ही रुक गए थे। हालांकि, युद्ध-विराम के बावजूद, अनिश्चितता बनी हुई है।
अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने इस ईरान इस्राइल संघर्ष को "12-दिन का युद्ध" करार दिया है। उन्होंने कहा है कि दोनों पक्षों ने शांति की मांग करते हुए उनके प्रशासन से संपर्क किया था। राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह भी कहा है कि उनके राजनयिक और सुरक्षा बल युद्ध विराम के लिए रात भर लगे रहे।
हालांकि, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंन्यामिन नेतन्याहू ने अभी तक युद्ध विराम पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। उधर, ईरान ने कहा है कि अगर इस्राइली हमले बंद हो जाते हैं तो वह भी सैन्य कार्रवाई रोक देगा। ख़बरों के अनुसार, युद्ध विराम की घोषणा तब की गई जब ईरान की सरकारी मीडिया ने घोषणा की थी कि युद्ध विराम "शत्रु पर थोपा गया" है, जिसे ईरान ने "अमरीका के हमले" पर सैन्य कार्रवाई कहा है।
इस बीच, मानवाधिकार के लिए कार्य करने वाली समाचार एजेंसी ने कहा है कि 22 जून तक ईरान में कम से कम 865 लोग मारे गए हैं, जिनमें 215 सैन्यकर्मी, 363 नागरिक और 287 अज्ञात भी शामिल हैं। 3 हजार 300 से अधिक अन्य लोग घायल हुए हैं। हालांकि, ये आंकड़े ईरानी स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा बताई गई संख्या से अधिक है।
ईरान में मानवीय संकट भी गहरा गया है, क्योंकि संघर्ष के प्रारम्भ में सैन्य ठिकानों पर होने वाले हवाई हमले रिहायशी इलाकों और जेलों पर भी हुए थे।
दूसरी तरफ इस्राइल में भी काफी मानवीय क्षति हुई है। ईरानी मिसाइल हमलों में कम से कम 24 नागरिक मारे गए हैं और लगभग 600 घायल हुए हैं। बचाव दल क्षतिग्रस्त इमारतों के मलबे के नीचे जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं। पिछले 12 दिन में संघर्ष की वज़ह से दोनों देशों में आपातकालीन सेवाओं पर भी काफी असर पड़ा है।