अमेरिका एक ऐसी दुनिया के लिए प्रतिबद्ध है जिसमें मानवाधिकारों का संरक्षण किया जाता है

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अमेरिका एक ऐसी दुनिया के लिए प्रतिबद्ध है जिसमें मानवाधिकारों का संरक्षण किया जाता है

अमेरिका एक ऐसी दुनिया के लिए प्रतिबद्ध है जिसमें मानवाधिकारों का संरक्षण किया जाता है, उनके रक्षकों का सम्मान किया जाता जाता है और मानवाधिकार हनन करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाता है। मानवाधिकारों के प्रति सम्मान को बढ़ाने का काम हम अकेले नहीं कर सकते हैं, बल्कि दुनिया भर में अपने सहयोगी देशों और साझेदारों के साथ मिलकर प्रयास करके इसे बेहतर हासिल किया जा सकता है। राष्ट्रपति बाइडेन एक ऐसी विदेश नीति के लिए प्रतिबद्ध हैं जो हमारे कूटनीतिक नेतृत्व के साथ ही हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों को एकजुट करती है, और जो लोकतंत्र की रक्षा एवं मानवाधिकारों के संरक्षण पर केंद्रित है।

आज बाइडेन प्रशासन ने उस दिशा में एक महत्वपूर्ण क़दम उठाते हुए संयुक्तराष्ट्र मानवाधिकार परिषद में जनवरी 2022 से शुरू कार्यकाल के लिए एक सीट हासिल करने के अमेरिका के इरादे की घोषणा की है। अमेरिका लंबे समय से मानवाधिकारों का चैंपियन रहा है। मानवाधिकार परिषद के लिए चुने जाने पर, हम उस अवसर का उपयोग मानवाधिकारों के प्रति सम्मान बढ़ाने हेतु परिषद के भीतर अग्रणी भूमिका निभाने में करेंगे।

मानवाधिकार परिषद अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों के प्रयासों को बढ़ाने के लिए समर्पित एक महत्वपूर्ण बहुपक्षीय मंच है और इसने मानवाधिकारों के उल्लंघन और हनन के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई है। सीरिया और उत्तर कोरिया में मानवाधिकार हनन के मामलों की जांच से लेकर महिलाओं और एलजीबीटीक़्यूआई और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने, तथा नस्लवाद और धार्मिक उत्पीड़न का मुक़ाबला करने तक, मानवाधिकार परिषद को अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ने वालों का साथ देना चाहिए।

साथ ही, हम परिषद के भीतर की चुनौतियों की बात को भी स्वीकार करते हैं, जिसमें इज़रायल के खिलाफ़ अस्वीकार्य पूर्वाग्रह और वो सदस्यता नियम शामिल हैं, जो भयावाह मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले देशों को महत्वपूर्ण सीटों पर क़ाबिज़ होने की अनुमति देते हैं जिनके कि वो पात्र नहीं हैं। हालांकि, परिषद में सुधार और इसके अहम कार्यों को आगे बढ़ाने का काम सबसे अच्छी तरह इसमें सीट हासिल करके ही किया जा सकता है।

हम अपने सहयोगी देशों और साझेदारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने और ये सुनिश्चित करने के लिए मानवाधिकार परिषद में वापस जाना चाहते हैं कि यह महत्वपूर्ण निकाय अपने उद्देश्यों पर खरा उतरे। हम सुनने, सीखने और एक ऐसी दुनिया की दिशा में काम करने के दृढ़ संकल्प के साथ ऐसा कर रहे हैं, जहां कि मानवाधिकारों का सार्वभौमिक सम्मान होता हो।

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