चीन के लांग मार्च 5बी रॉकेट का मलबा हिंद महासागर में गिरा.....
चीन के सबसे बड़े रॉकेट 'लांग मार्च 5बी' का मलबा आज धरती पर गिरा। चीन ने कहा कि चीन के सबसे बड़े रॉकेट के अवशेष हिंद महासागर में गिरे हैं। चीनी मीडिया...
चीन के सबसे बड़े रॉकेट 'लांग मार्च 5बी' का मलबा आज धरती पर गिरा। चीन ने कहा कि चीन के सबसे बड़े रॉकेट के अवशेष हिंद महासागर में गिरे हैं। चीनी मीडिया...
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चीन के सबसे बड़े रॉकेट 'लांग मार्च 5बी' का मलबा आज धरती पर गिरा। चीन ने कहा कि चीन के सबसे बड़े रॉकेट के अवशेष हिंद महासागर में गिरे हैं। चीनी मीडिया के अनुसार, चीन के सबसे बड़े रॉकेट के अवशेष रविवार को हिंद महासागर में गिरे। उन्होंने कहा कि रॉकेट का ज्यादातर मलबा पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने पर नष्ट हो गया।
चीन ने 29 अप्रैल को अपने स्पेस स्टेशन हेवेनली प्लेस के लिए पहला माड्यूल लांच किया था। इस प्रोजेक्ट में चीन एक स्थायी स्पेस स्टेशन बनाने जा रहा है। स्थायी स्पेस स्टेशन में वैज्ञानिक रहकर अपना रिसर्च कर सकेंगे। इसी प्रोजेक्ट के पहले चरण में माड्यूल को लांगमार्च 5बी राकेट से अंतरिक्ष में भेजा गया था।
इस रॉकेट की लैंडिंग को लेकर यह संभावना ज्यादा थी कि यह पानी में ही गिरेगा। पृथ्वी पर ज्यादातर हिस्से में पानी होने के कारण इसके जमीन पर गिरकर इंसानों को नुकसान पहुंचाने की आशंका कम ही जताई गई थी।
यह रॉकेट अनियंत्रित होने के बाद धरती की ओर बढ़ने लगा था और इसके धरती से टकराने की आशंका जताई गई थी। हालांकि, एक्सपर्ट्स ने कहा था कि धरती के नजदीक आने पर रॉकेट का काफी हिस्सा जलकर राख हो जाएगा।
चीन ने प्लान किया था कि इस रॉकेट के जरिये स्पेस में Tiangong नाम का चीनी स्पेस स्टेशन बनाया जाएगा, जो 2022 तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद ये स्पेस स्टेशन पृथ्वी के चक्कर लगाकर पृथ्वी की जानकारी स्पेस से देगा। लेकिन ये मिशन फेल हो गया।
अराधना मौर्या