कृपया एक दुसरे के धर्म का उदाहरन देना बंद करे

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कृपया एक दुसरे के धर्म का उदाहरन देना बंद करे

आज कल पत्रकारिता पढने और पढ़ कर विभिन्न टीवी चेंनेल और अखबारों में काम कर रहे पत्रकारों की रिपोर्ट देख कर और पढ़ कर ऐसा लगता है कि भारत में कई खेमे बट चुके है | जो काम विदेशी हमलावर पिछले १२०० साल में न कर पाए मीडिया के महान लोगो ने उसे सिर्फ कोविड काल में कर दिया |

चलो मान लो कि तबलीगी से करोना के कुछ केस आ गए तो क्या करे पूरा भारत ही उनकी खबरों से रंग दे | खबर भी कैसी की एक प्रदेश में आकर थूको तो वहाँ का मुख्यमंत्री इतना सख्त है कि वो आपसे चटवा भी देगा | किसका भला कर रहे है आप उस मुख्यमंत्री का या मुसलमानों का या भारत का |

योगी जी ने इसे काबू में कर रखा है तो उसे सब के द्वारा सराहा जा रहा है |

असल में आप सभी का नुकसान कर रहे है | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का इतना अच्छा काम कि उन्होंने २२ करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में कोरोना को 2000 तक पहुचने में 3 महीने की सीमा तय कर ली जो अपने आप में एक बड़ी बात है | इतना ही या इससे थोडा ज्यादा जनसँख्या वाला देश अमेरिका में घोर संकट है |

पर कुछ मीडिया वाले जान बुझ कर योगी जी की इमेज एक सम्प्रदाय विशेष में ख़राब करना चाहते है | सभी को पता है कि राजधर्म का निर्वहन योगी जी से बेहतर और कौन जानता होगा | जिन्होंने अपने पिता की चिता की आग को भी राजधर्म में स्वाहा कर दिया उससे बड़ा और कौन धर्म का निर्वाह करने वाला हो सकता है |

यही समय था कि जब आप अगर योगी जी के सच्चे प्रशंसक है और भारत की एकता को बनाये रखना चाहते है तो मुसलमान -मुसलमान करने की जगह उनके समुदाय के वरिष्ठ लोगो से संपर्क बना कर आगे लाना चाहिय था और अगले चुनाव में योगी जी को सबसे पोपुलर नेता और दुबारा इस प्रदेश के बागडोर सँभालने का मजबूत मौका दिलाने का प्रयास करना चाहिए |

सब को पता है राजधर्म में जाति , समुदाय , क्षेत्र का ध्यान नहीं दिया जाता और यही सच्ची पत्रकारिता भी है कि बिना इनको बीच में लाये आप अपनी बात को कहिये | आज समय समाज को जोड़ने का है तोड़ने का नहीं | ये सोशल मीडिया और मीडिया में मुसलमानों पर बात करना बंद कर उनपर और देशपर रहम करिए |

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