लोकतंत्र लोकहित का गीत है ,इसे बचा कर रखना होगा :मोदी
दूसरी बार प्रधानमंत्री बन कर आये नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में देश को सम्बोधित करते हुए कहा की हमे आपातकाल जैसी परिस्थिति आने से रोकना...
दूसरी बार प्रधानमंत्री बन कर आये नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में देश को सम्बोधित करते हुए कहा की हमे आपातकाल जैसी परिस्थिति आने से रोकना...
दूसरी बार प्रधानमंत्री बन कर आये नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में देश को सम्बोधित करते हुए कहा की हमे आपातकाल जैसी परिस्थिति आने से रोकना होगा | प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा की 2019 के लोकसभा चुनाव में 61 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट दिया
। यह संख्या हमें बहुत ही सामान्य लग सकती है लेकिन अगर दुनिया के हिसाब से मैं कहूँ अगर एक चीन को हम छोड़ दे तो भारत में दुनिया के किसी भी देश की आबादी से ज्यादा लोगों ने voting किया था।जितने मतदाताओं ने 2019 के लोकसभा चुनाव में वोट दिया, उनकी संख्या अमेरिका की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है, करीब दोगुनी है। भारत में कुल मतदाताओं की जितनी संख्या है वह पूरे यूरोप की जनसंख्या से भी ज्यादा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 के चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग देश के सुरक्षा बल, शिक्षको व प्रशाशनिक अधिकारियो की प्रशंसा की | उन्होंने कहा की इनलोगो की कठिन तपस्या के कारन ही बिना किसी हिंसा के सकुशल संपन्न हो सका |
प्रधानमंत्री ने कहा की अब लोगो को बुके देने की परम्परा को त्याग कर बुक देने की परम्परा की शुरुआत करे इससे लोगो में गूगल बाबा की जगह किताब पड़ने का चलन बढ़ेगा |
जब पढ़ने की बात हो रही है, तभी किसी मीडिया में, मैं केरल की अक्षरा लाइब्ररी के बारे में पढ़ रहा था। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि ये लाइब्रेरी इडुक्की(Idukki) के घने जंगलों के बीच बसे एक गाँव में है। यहाँ के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पी.के. मुरलीधरन और छोटी सी चाय की दुकान चलाने वाले पी.वी. चिन्नाथम्पी, इन दोनों ने,इस लाइब्रेरी के लिए अथक परिश्रम किया है। एक समय ऐसा भी रहा, जब गट्ठर में भरकर और पीठ पर लादकर यहाँ पुस्तकें लाई गई। आज ये लाइब्ररी, आदिवासी बच्चों के साथ हर किसी को एक नई राह दिखा रही है। प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में जल सरंक्षण की आवश्यकता पर बल दिया कहा की जिस तरह से स्वछताअभियान चलाया गया उसी तरह के एक अभियान को चलाने की जरुरत है |