मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने उपचुनाव का दिया साफ संकेत कहा- आलाकमान नहीं कर सकता हस्तक्षेप
मध्यप्रदेश में उप चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियों में हलचल का माहौल देखने को मिल रहा है। बता दें कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही...
मध्यप्रदेश में उप चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियों में हलचल का माहौल देखने को मिल रहा है। बता दें कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही...
मध्यप्रदेश में उप चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियों में हलचल का माहौल देखने को मिल रहा है। बता दें कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही में कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात भी की।
कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद कमलनाथ ने बताया कि यह बैठक पंजाब सहित 5 राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए थी। आगे उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 1 लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव स्थानीय होता है। इसमें आलाकमान का कोई हस्तक्षेप नहीं होता है।
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा दिए गए इस बयान से साफ हो गया है कि खंडवा सीट पर उम्मीदवार चयन को लेकर हाईकमान का दखल नहीं रहेगा। इस सीट को लेकर कांग्रेस दो धड़ों में बंट गई है। अरुण यादव पिछले कई दिनों से खंडवा लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय है। वहीं कमलनाथ ने कहा कि सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही टिकट दिया जाएगा।
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो कहां जाना है कि कमलनाथ इस बैठक के बाद से ही दिल्ली प्रवास पर हैं। उन्होंने मंगलवार को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ बैठक की है। इससे पहले उन्होंने 15 जुलाई को फिर 27 जुलाई को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की।
नेहा शाह