किसानों के समर्थन में मार्च करने उतरी राहुल गांधी को पुलिस ने रोका- प्रियंका गांधी का सरकार पर हमला
केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ देशभर के सभी किसान दिल्ली के बॉर्डर पर आज करीब 1 महीने से डटे हुए हैं। सरकार से कई दौर की बातचीत...


केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ देशभर के सभी किसान दिल्ली के बॉर्डर पर आज करीब 1 महीने से डटे हुए हैं। सरकार से कई दौर की बातचीत...
केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ देशभर के सभी किसान दिल्ली के बॉर्डर पर आज करीब 1 महीने से डटे हुए हैं। सरकार से कई दौर की बातचीत के बावजूद भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। किसानों ने सरकार से इस कानून में किसी तरह के संशोधन की नहीं बल्कि इस कानून को रद्द करने के लिए विशेष संसद सत्र की मांग की है। वही सभी केंद्रीय मंत्री अपनी किसी ना किसी संबोधन में किसानों से इस कानून को अपनाने की अपील कर रहे हैं।
आपको बता दें कि किसानों ने सभी बॉर्डर को ब्लॉक कर दिल्ली शहर में चक्का जाम कर दिया है जिसके बाद राहुल गांधी किसानों के समर्थन के लिए गुरुवार को पैदल मार्च पर निकले।
आज पैदल मार्च के लिए जैसे ही राहुल गांधी ने कांग्रेस के सभी नेताओं और किसानों के साथ आगे बढ़ना चाहा। पुलिस ने उनकी विरोध यात्रा को रोक दिया।
राहुल गांधी के नेतृत्व में किसान मार्च होने जा रहा है। आपको बता दें कि कांग्रेस ने कहा था कि राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद 24 दिसंबर को करीब 11 बजे 2 करोड़ किसानों के हस्ताक्षर का ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपेंगे। आपको बता दें कि ज्ञापन में केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने की बात कही जाएगी।
हालांकि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि राहुल गांधी की इस मार्च को इजाजत नहीं दी जाएगी। जिनके पास परमिशन होगा, वहीं जाएंगे।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति भवन तक राहुल गांधी व किसानों के पैदल मार्च को रोकने पर प्रियंका गांधी ने कहा कि 'इस सरकार के खिलाफ किसी भी असंतोष को आतंक ओके तत्वों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। हम किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद करने के लिए यह मार्च कर रहे हैं।
आपको बता दें चाणक्यपुरी एसपी प्रज्ञा ने बताया कि सिर्फ उन्हीं नेताओं को राष्ट्रपति भवन में जाने की अनुमति होगी जिनके पास परमिशन होगा।
नेहा शाह