संविधान मे सामाजिक न्याय कि परिकल्पना बाबासाहेब कि देन है : श्री असीम अरुण

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संविधान मे सामाजिक न्याय कि परिकल्पना बाबासाहेब कि देन है : श्री असीम अरुण
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बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में आज दिनांक 01/10/2022 को प्रात: 10:00 बजे "डॉ० अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र" का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया । समारोह का प्रारम्भ बाबासाहेब की प्रतिमा का माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन एवं कुलगीत गायन के साथ किया गया । इसके उपरांत विश्वविद्यालय के अकादेमिक मामलो के अधिष्ठाता प्रो० राणा प्रताप सिंह ने स्वागत भाषण दिया । तत्पश्चात डॉ० अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र के समन्वयक प्रो० शशि कुमार ने सत्र के विषय से परिचय कराते हुए कहा कि हमारे विश्वविध्यालय मे केंद्र की स्थापना डॉ० अंबेडकर प्रतिष्ठान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया गया है। केंद्र में 100 विद्यार्थियों को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की निशुल्क कोचिंग दी जाएगी जिंका चयन प्रवेश परीक्षा के द्वारा किया जा चुका है।



विश्वविद्यालय में छात्रों की शिक्षा हेतु पुस्तकालय, स्मार्ट क्लास रूम, अच्छी इंटरनेट सेवा की व्यवस्था की गयी है। विद्यार्थियों को पढाने के लिए अनुभवी शिक्षक, विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ, प्रशासनिक अधिकारी की व्यवस्था की जाएगी। इसके पश्चात उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि श्री असीम अरुण जी, माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण, अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण, उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने उधबोधन में कहा कि भारत का संविधान भारत के समस्त नागरिकों को अवसर कि समता प्रदान करता है एवं संविधान मे सामाजिक न्याय कि परिकल्पना बाबासाहेब कि देन है ।

उन्होने छात्रों को सिविल सेवा कि तयारी के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिये और कहा कि सिविल सेवा प्रतियोगिता अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। अतः आपको हमेशा प्लान-बी तैयार रखना रखना है। सामाजिक असमानताओं को कैसे दूर किया जाये और राज्य सरकार सामाजिक कल्याण के लिए कितनी प्रतिबद्ध है, इसपर प्रकाश डालते हुए उन्होने सरकार कि बहुत सी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला और राज्य सरकार छात्रों की शिक्षा हेतु सभी संभव सहायता प्रदान करेगी।



समारोह की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो० संजय सिंह ने की । उन्होने अपने अध्यक्षीय उधबोधन मे कहा कि हमारा विश्वविद्यालय अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के छात्रों को हर एक स्तर पर 50% आरक्षण की व्यवस्था करता है, विश्वविद्यालय आज शिक्षा जगत में नई उचाइयों को छु रहा है और सैकड़ों विद्यार्थी हमारे विश्वविद्यालय में पड़ना चाहते है।



हम सबको बाबासाहेब के सपनों को साकार करना है एवं जॉब और सेवा के मध्य अंतर को बताते हुए कहा कि सिविल सेवा हमे समाज के अंतिम व्यक्ति कि पीड़ा को दूर करने के लिए सक्षम बनाती है । उन्होने शिक्षा एवं शोध का लाभ समाज तक पहुचाने पर भी बल दिया। कुलपति जी ने अपने भाषण से छात्रों का उत्साह-वर्धन किया । अंत में इस उद्घाटन समारोह में कुलसचिव डॉ० अश्वनी कुमार सिंह ने सभी अथितियों एवं छात्रों का आभार व्यक्त किया । समारोह का सफलतापूर्वक संचालन डा० सूफिया अहमद ने किया।


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