प्रजापिता ब्रह्माकुमारी की मुखिया 93 वर्षीय दादी हृदयमोहिनी का निधन

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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी की मुखिया 93 वर्षीय दादी हृदयमोहिनी का निधन
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प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मुखिया राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी का गुरुवार को देहांत हो गया। 93 वर्ष की आयु में उन्होंने मुंबई के सैफी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। एयर एंबुलेंस से उनके पार्थिव शरीर को राजस्‍थान के आबू रोड शांतिवन में अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय ले जाया जाएगा।

12 मार्च को उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए शांतिवन में रखा जाएगा। इसके बाद 13 मार्च को सुबह माउंट आबू के ज्ञान सरोवर अकादमी में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

महाशिवरात्रि के दिन ही वह कैलाशवासिनी हो गयी हैं। उन्हें कोटि-कोटि प्रणाम एवं विनम्र श्रद्धांजलि। ॐ शांति:।' ब्रह्माकुमारीज दादी हृदय मोहिनी ब्रह्माकुमारीज के अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका थीं। उनके नाम का मतलब है अनेकों के दिलों को आकर्षित करने वाली, तथा उनका नाम उन पर सटीक बैठता है। अधिक्तर लोग उन्हें गुल्जा़र के नाम से जानते हैं। ब्रह्मा बाबा द्वारा सन 1937 में बोर्डिंग स्कूल के बच्चों में से वो एक हैं।

आध्यात्मिक सिद्धान्तों और अभ्यास के उनके निरन्तर प्रशिक्षण ने उन्हें गुणों का एक प्रत्यक्ष उदाहरण बना दिया है। शान्त, गम्भीर और गहन व्यक्तित्व की दादी गुल्जार जी ने भी विश्व भर के अनेकों को अपने जीवन से प्रेरित किया है।

अराधना मौर्या

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