70 सालों में पहली बार इतनी 'ठंडी' हुई मई, उत्तर भारत में ताउते का असर.....
ताउते तूफान के चलते पूरे देश में मौसम बदला हुआ है। सभी राज्यों में बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। कई जगहों पर ओले भी गिरे हैं। तटीय इलाकों में...


ताउते तूफान के चलते पूरे देश में मौसम बदला हुआ है। सभी राज्यों में बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। कई जगहों पर ओले भी गिरे हैं। तटीय इलाकों में...
ताउते तूफान के चलते पूरे देश में मौसम बदला हुआ है। सभी राज्यों में बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। कई जगहों पर ओले भी गिरे हैं। तटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात भी बन रहे हैं।
कहीं नुकसान ज्यादा हुआ है तो कहीं कम क्षति पहुंची है, पर पूरे देश में इस तूफान का असर दिखाई दे रहा है। बुधवार को दिल्ली में भी इस तूफान के चलते कई रिकॉर्ड बन गए। यहां रात साढ़े आठ बजे तक 60 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 24 मई 1976 को इतनी बारिश हुई थी।
इससे पहले विभाग ने एक परामर्श में निचले इलाकों में जलभराव, यातायात बाधित होने और कुछ छोटे पौधों के उखड़ने का पूर्वानुमान लगाया था। आईएमडी ने कहा था कि चक्रवाती तूफान 'ताउते' के अवशेष और पश्चिमी विक्षोभ के सम्पर्क के कारण '' कुछ इलाकों में भारी से बेहद भारी बारिश होने का अनुमान है।
गौरतलब है कि 15 मिमी से कम बारिश को 'हल्की', 15 मिमी से 64.5 मिमी के बीच को 'मध्यम', 64.5 मिमी से 115.5 मिमी के बीच 'भारी', 115.5 मिमी से 204.4 मिमी के भी 'बेहद भारी' श्रेणी में माना जाता है। 204.4 मिमी से अधिक बारिश को 'बेहद भारी बारिश' श्रेणी में माना जाता है।
दिल्ली के कई इलाकों में बारिश अब तो रुक गई है लेकिन कुछ इलाकों में अब भी बारिश जारी है। ऐसे में राजधानी दिल्ली में सड़कों पर पानी लग गई और कई इलाकों में पानी भर गया है। ITO स्थित प्रगति मैदान पूरी तरह पानी से भर चुके हैं।
अराधना मौर्या