'डियर एयर इंडिया फैमिली, वापसी का स्वागत' : टाटा संस चेयरमैन ने एयरलाइन के कर्मचारियों को लिखी 'भावुक' चिट्ठी
‘डियर एयर इंडिया फैमिली, वापसी का स्वागत’ : टाटा संस चेयरमैन ने एयरलाइन के कर्मचारियों को लिखी ‘भावुक’ चिट्ठी
‘डियर एयर इंडिया फैमिली, वापसी का स्वागत’ : टाटा संस चेयरमैन ने एयरलाइन के कर्मचारियों को लिखी ‘भावुक’ चिट्ठी
एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया की कमान सरकार के पास से अब पूरी तरह टाटा संस के हाथ में आ गई है. एयर इंडिया को गुरुवार को टाटा समूह को ऑफिशियली हैंडओवर कर दिया. इस मौके पर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया के कर्मचारियों को चिट्ठी लिखी.
उन्होंने कहा कि पूरे देश की नजर टाटा समूह और एयर इंडिया पर है. लोग यह देखना चाह रहे हैं कि हम दोनों मिलकर क्या हासिल करने वाले हैं.
एयर इंडिया परिवार के सदस्यों को लिखे पत्र में चंद्रशेखरन ने कहा कि उन्हें "विश्वास है कि एयर इंडिया का स्वर्णिम युग आगे है." उन्होंने कहा, "इस ओर हमारी यात्रा अब शुरू होती है. स्वागत है. घर वापसी का स्वागत है." एयर इंडिया की शुरुआत टाटा समूह ने 1932 में की थी. हालांकि, आजादी के बाद एयरलाइन का 1953 में राष्ट्रीयकरण कर दिया गया.
टाटा संस के चेयरमैन ने कहा, "मैंने यह सीखा है, अतीत को लेकर जो अच्छा है, उसे संरक्षित रखा जाए और इसके लिए निरंतर बदलाव की जरूरत है. भविष्य को लेकर एक गौरवशाली इतिहास का सबसे अच्छा सम्मान भविष्य के अनुसार उसे तैयार करना और उसे अपनाना है. पूरा देश की नजर हम पर टिकी है. वे इंतजार कर रहे हैं कि हम साथ मिलकर क्या हासिल करेंगे. हमारे देश को जिस एयरलाइन की जरूरत है, उसके निर्माण के लिए हमें भविष्य की ओर देखने की जरूरत है."
हैंडओवर से पहले टाटा संस के चेयरमैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने आठ अक्टूबर, 2021 को कर्ज में डूबी एयर इंडिया के अधिग्रहण की बोली 18,000 करोड़ रुपये में जीत ली थी. निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा, ''अब नई मालिक टैलेस है." टैलेस टाटा समूह की सहायक कंपनी है.
चंद्रशेखरन ने कहा, ''घोषणा के दिन (8 अक्टूबर, 2021) से हर किसी की जुबान पर एक ही शब्द है-घरवापसी." उन्होंने कहा, ''आज नये अध्याय की शुरुआत है. मैं टाटा समूह की तरफ से समूह में आपका स्वागत करने के लिये यह पत्र लिख रहा हूं."
चंद्रशेखर ने कहा, ''मेरी पहली उड़ान दिसंबर, 1986 में एयर इंडिया के साथ थी और मैं यह कभी नहीं भूलूंगा कि जहाज पर होना कितना खास था…" उन्होंने कहा कि ये यादें शानदार हैं, लेकिन अब समय आगे देखने का है. वह इस बात से पूरी तरह से सहमत हैं कि एयर इंडिया का स्वर्णिम युग आने वाला है.
चंद्रशेखरन ने बयान में कहा, ''हम एयर इंडिया को टाटा समूह में वापस पाकर उत्साहित हैं और इसे वैश्विक स्तर की एयरलाइन बनाने को पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. मैं एयर इंडिया के सभी कर्मचारियों का हमारे समूह में पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत करता हूं और साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं."