त्रिपुराः BJP-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, पूर्व मंत्री को चोट, राजधानी में धारा 144 लागू
त्रिपुराः BJP-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, पूर्व मंत्री को चोट, राजधानी में धारा 144 लागू
त्रिपुराः BJP-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, पूर्व मंत्री को चोट, राजधानी में धारा 144 लागू
शनिवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब के विधानसभा क्षेत्र बनामलीपुर में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए हिंसक झड़प के कारण राजधानी अगरतला के कुछ हिस्सों में धारा 144 लगाया गया और साथ ही भारी सुरक्षाबल की तैनाती की गई।
पुलिस ने शनिवार को रात 10:30 बजे से रविवार सुबह 5 बजे तक प्रतिबंध लगाए। हाल ही में कांग्रेस में आए बिप्लब देब कैबिनेट में मंत्री रहे सुदीप रॉय बर्मन के स्वागत के लिए शहर के कमरपुकार पार इलाके में कांग्रेस पार्टी द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इसी दौरान शनिवार को दोनों पार्टियों के समर्थक आपस में भिड़ गए। झड़पों के दौरान बर्मन को भी कथित तौर पर चोटें आईं।
पुलिस पर झड़प के दौरान निष्क्रिय रहने का आरोप लगाते हुए सुदीप रॉय बर्मन ने कहा कि उनलोगों को वर्दी को पहनने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें इसकी जगह चूड़ियां और आभूषण पहनने चाहिए।
वहीं राज्य कांग्रेस अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा ने कहा कि यह हमला इस बात का संकेत है कि त्रिपुरा में विपक्षी राजनीतिक दलों को कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं है और लोग ऐसी घटनाओं को स्वीकार नहीं करेंगे।
इस घटना के थोड़े ही देर बाद बाद एक स्थानीय भाजपा कार्यालय में भी झड़पें हुईं और कार्यालय को कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। भाजपा प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने कहा कि हमारे मंडल कार्यालय पर हमला किया गया और हमारे कई समर्थकों पर भी हमले हुए।
यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि हमारे कितने कार्यकर्ता घायल हुए हैं क्योंकि कई को अभी भी अस्पतालों में ले जाया जा रहा है। यह घटना कांग्रेस के आपसी गुटबाजी की वजह से हुई। लेकिन उन्होंने भाजपा को दोषी ठहरा दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हम इस अवैध गतिविधि के लिए जिम्मेदार पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। हमें अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।
कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि घटना कैसे शुरू हुई। शनिवार देर शाम सदर एसडीएम बिनॉय भूषण दाद ने बताया कि अगरतला में कुछ स्थानों पर तनाव और शांति भंग की आशंका को देखते हुए निषेधात्मक प्रतिबंध लगाए गए।