भारतीय नौसेना के युद्धपोत से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी बधाई ....
सुपरसॉनिक क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस के नौसैनिक संस्करण का रविवार सुबह अरब सागर में सफल परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान भारतीय नौसेना के स्वदेश निर्मित...
 Admin | Updated on:18 Oct 2020 7:11 PM IST
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सुपरसॉनिक क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस के नौसैनिक संस्करण का रविवार सुबह अरब सागर में सफल परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान भारतीय नौसेना के स्वदेश निर्मित...
सुपरसॉनिक क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस के नौसैनिक संस्करण का रविवार सुबह अरब सागर में सफल परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान भारतीय नौसेना के स्वदेश निर्मित विध्वंसक पोत आईएनएस चेन्नई से दागी गई ब्रह्मोस मिसाइल ने अरब सागर में निर्धारित लक्ष्य को अचूक प्रहार से ध्वस्त कर दिया। मिसाइल ने सटीकता के साथ लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर डीआरडीओ और भारतीय नौसेना को बधाई दी है।
उल्लेखनीय है कि परीक्षण की टाइमिंग को बेहद अहम माना जा रहा है। ऐसे समय में जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद गरम है उस समय भारत का यह मिसाइल परीक्षण चीन को कड़े संदेश के दौर पर माना जा रहा है। भारत अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में चीन से लगने वाली सीमाओं पर पहले ही ये ब्रह्मोस मिसाइल तैनात कर चुका है। पहले इसकी रेंज 290 किलोमीटर थी बाद में 400 किलोमीटर से ज्यादा तक कर दी गई है। अनुमान के मुताबिक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 450 किलोमीटर से अधिक दूरी तक निशाने को तबाह कर सकती है। ब्रह्मोस जमीन, हवा, पानी और मोबाइल लांचर से दागा जा सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल एक दो चरणीय वाहन है, जिसमें ठोस प्रोप्लेट बूस्टर और एक तरल प्रोप्लेट रेमजेम सिस्टम है। ब्रह्मोस का पहला परीक्षण 12 जून, 2001 को आइटीआर चांदीपुर से ही किया गया था।
अराधना मौर्या
















