जाने किसानों की कौन सी दो मांगे हुई पूरी ? छठे दौर की बैठक के बाद खुश हुए किसान
देश में चल रहे कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन का समाधान निकालने के लिए 30 दिसंबर को सरकार और किसानों के बीच छठे दौर की बैठक बुलाई गई। इस बैठक के दौरान...


देश में चल रहे कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन का समाधान निकालने के लिए 30 दिसंबर को सरकार और किसानों के बीच छठे दौर की बैठक बुलाई गई। इस बैठक के दौरान...
देश में चल रहे कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन का समाधान निकालने के लिए 30 दिसंबर को सरकार और किसानों के बीच छठे दौर की बैठक बुलाई गई। इस बैठक के दौरान किसान यूनियन के नेता सकारात्मक रूप में नजर आए। किसानों ने अपनी मांगों में कई सारे प्रस्तावों को रखा था जिनमें से 2 प्रस्तावों पर मोदी सरकार ने अपनी सहमति दिखाई है। और उन्हें पूरा करने का वादा किया है।
आपको बता दें किसान और सरकार के बीच हुई छठे दौर की बैठक में बिजली बिल के मसले को सुलझा लिया गया। और अब पराली जलाना भी जुल्म नहीं होगा।कल करीब 5 घंटे लगातार चली बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पर्यावरण अध्यादेश ऊपर किसानों की वह सरकार की सहमति बन चुकी है। ऐसे में पराली जलाना जुल्म नहीं होगा और बिजली बिल का मसला भी सुलझ चुका है।
बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि चार विषयों में से दो मुद्दों पर पारस्परिक सहमति के बाद 50% तक समाधान हो गया है और शेष पर चर्चा हम 4 जनवरी को करेंगे।कृषि मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि तीन कृषि कानून और एमएसपी पर चर्चा जारी है, तथा 4 जनवरी को अगले दौर की वार्ता में भी जारी रहेगी।आपको बता दें कि बैठक में न सिर्फ नरेंद्र सिंह तोमर बल्कि वाणिज्य मंत्री समेत खाद मंत्री भी शामिल रहे जिन्होंने 40 किसानों से करीब 5 घंटे लगातार बात की।
आपको बता दें कि मंत्रियों ने बातचीत के बाद भोजन विराम के लिए किसानों के साथ लंगर में शामिल हुए। वही किसान संगठन के नेता शाम की चाय के लिए सरकार द्वारा किए गए आयोजन में शामिल हुए। आपको बता दें कि किसान यूनियन ने कहा है कि सरकार एमएसपी खरीद पर कानूनी समर्थन देने के लिए तैयार हो चुकी है। और इसके लिए उन्होंने एमएसपी की सारी क्रियाओं का गठन करने के लिए एक अलग संगठन बनाने की तैयारी भी शुरू कर दी है।
राकेश टिकैत ने बताया कि सरकार ने पराली व बिजली बिल पर हमारा समर्थन किया है। अब बाकी की वार्ता 4 जनवरी को संपन्न की जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा परंतु किसान यूनियन द्वारा ट्रैक्टर रैली को रद्द किया जाएगा।
नेहा शाह