कोविड-19 के कारण देश में 75 लाख से अधिक लोग बेरोजगार, विशेषज्ञों ने बताया की महामारी जाने तक बेरोजगारी दर 24% होगी....
भारत में बेरोजगारी की समस्या ने पहले ही एक विकराल रूप ले कर रखा था, परंतु अब महामारी के बाद कोविड-19 की दूसरी लहर में बेरोजगारी महामारी से भी बड़ी...


भारत में बेरोजगारी की समस्या ने पहले ही एक विकराल रूप ले कर रखा था, परंतु अब महामारी के बाद कोविड-19 की दूसरी लहर में बेरोजगारी महामारी से भी बड़ी...
भारत में बेरोजगारी की समस्या ने पहले ही एक विकराल रूप ले कर रखा था, परंतु अब महामारी के बाद कोविड-19 की दूसरी लहर में बेरोजगारी महामारी से भी बड़ी समस्या बनकर देश के सामने खड़ी है। आपको बता दें कि महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान पाबंदियों से 75 लाख से अधिक लोगों की नौकरियां हाथ से चली गई।
और ना जाने कितने रोजाना काम करने वाले लोगों का धंधा ठप हो गया। जिसके बाद बेरोजगारी दर 4 महीने के उच्च स्तर 8% पर पहुंची है। जिसकी जानकारी सेंट फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी के द्वारा सोमवार को दी गई।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा प्रस्तुत किए गए आंकड़ों के अनुसार बेरोजगारी दर 7.97% तक पहुंच गई जिसमें शहरी क्षेत्रों में ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा है। कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन की वजह से कई पाबंदियां लगाई गई है जिससे देश की आर्थिक गतिविधियों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
विशेषज्ञों द्वारा बताया जा रहा है कि हम इस महामारी का अनुमान नहीं लगा सकते कि यह कब तक हमारे देश पर रहेगी पर संस्थाओं द्वारा इतना अनुमान लगाया जा चुका है कि महामारी के खत्म होने तक बेरोजगारी दर 24% पर पहुंचने की पूर्ण संभावना है। ऐसे में देश की आर्थिक व्यवस्था मैं एक बड़ा और गंभीर चिंताजनक बदलाव देखा जाएगा।
नेहा शाह