देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल जारी, आईएमए ने रखी 5 मांगें

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देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल जारी, आईएमए ने रखी 5 मांगें
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कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या कांड के विरोध में आज देशभर के अस्पतालों में हड़ताल जारी है।इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने घटना के विरोध में आज सुबह 6 बजे से लेकर 24 घंटे तक देशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया है।इस दौरान सभी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी तरह के कामकाज बंद रहेंगे।आईएमए ने सरकार के सामने 5 मांगे भी रखी हैं।

हड़ताल का असर पूरे देश के अस्पतालों में देखने को मिल रहा है।केरल के तिरुवनंतपुरम जनरल अस्पताल से लेकर पटना और दिल्ली एम्स में भी कामकाज प्रभावित हुआ है।मुंबई के सिऑन अस्पताल में एक मरीज के रिश्तेदार ने कहा, हमें दिक्कतें आ रही हैं। यहां पर भी वार्ड बंद है। कोलकाता की घटना की वजह से डॉक्टर हड़ताल पर हैं। पहले के मुक़ाबले डॉक्टरों की संख्या भी कम है।

आईएमए एक्शन कमेटी के डॉक्टर विनय अग्रवाल ने कहा, 17 अगस्त को सभी सरकारी और गैर-सरकारी अस्पताल के रूटीन ओपीडी, रूटीन सर्जरी, इन्वेस्टिगेशन डायग्नोस्टिक रुटीन की सेवाएं बंद रहेंगी। जनता को कोई भी समस्या न हो इसके लिए उन्हें आपातकालीन सेवाएं मिलती रहेंगी। गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना जारी रहेगा। डॉक्टर उन्हें आपातकालीन वार्ड में सेवाएं प्रदान करते रहेंगे। जो मरीज अस्पताल में पहले से हैं, उनका भी इलाज जारी रहेगा।

प्रदर्शन के बीच आरजी कर अस्पताल के 43 डॉक्टरों का तबादला कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इन डॉक्टरों ने हंगामे का समर्थन किया था।अस्पताल के 190 नर्सिंग स्टाफ का भी तबादला किया गया है। 14 अगस्त की रात अस्पताल में हंगामे के बाद नर्सिंग स्टाफ भी हड़ताल पर चला गया था।डॉक्टर के संगठन यूडीएफए ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार ने जानबूझकर तबादले किए हैं, लेकिन इससे हमारी न्याय की मांग नहीं रुकेगी।

रेजिडेंट डॉक्टरों के कामकाज और रहने की स्थिति में बदलाव किए जाएं। 36 घंटे की ड्यूटी को कम किया जाए और आराम के लिए सुरक्षित स्थानों की व्यवस्था हो।डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय अधिनियम लागू किया जाए।कोलकाता मामले में एक तय समय-सीमा में निष्पक्ष जांच और पीडि़त परिवार को न्याय दिया जाए।सभी अस्पतालों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। एयरपोर्ट की तरह अस्पतालों में सुरक्षा प्रोटोकॉल हो।पीडि़त परिवार को मुआवजा दिया जाए।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) बीते 3 दिनों में पीडि़ता के परिवार समेत 10 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। माना जा रहा है कि कुल 30-35 लोगों के बयान दर्ज किए जा सकते हैं।सीबीआई ने अस्पताल के कुछ डॉक्टर और छात्रों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। सीबीआई ने वारदात की जगह पर आरोपी के साथ सीन रीक्रिएट भी किया है। अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से भी एजेंसी ने लंबी पूछताछ की है।

9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर का शव मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर की हत्या से पहले रेप की पुष्टि हुई। उसकी आंख, मुंह, पैर, गर्दन, हाथ, कमर और निजी अंगों पर काफी चोटें थीं।मामले में पुलिस ने अस्पताल में आने-जाने वाले एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया है। फिलहाल सीबीआई को मामले की जांच सौंपी गई है। सुरक्षा समेत कई मांगों को लेकर डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हैं।

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