24 साल बाद ओडिशा को मिला नया सीएम, मोहन मांझी बनेंगे मुख्यमंत्री
ओडिशा विधानसभा चुनाव 2024 में पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली भाजपा ने राज्य के नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया है।भाजपा नेता मोहन मांझी राज्य...
![Admin Admin](/images/authorplaceholder.jpg?type=1&v=2)
![24 साल बाद ओडिशा को मिला नया सीएम, मोहन मांझी बनेंगे मुख्यमंत्री 24 साल बाद ओडिशा को मिला नया सीएम, मोहन मांझी बनेंगे मुख्यमंत्री](https://bachpanexpress.com/h-upload/2024/06/11/1284055-884411062024134004mohan-manjhi.webp)
ओडिशा विधानसभा चुनाव 2024 में पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली भाजपा ने राज्य के नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया है।भाजपा नेता मोहन मांझी राज्य...
ओडिशा विधानसभा चुनाव 2024 में पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली भाजपा ने राज्य के नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया है।भाजपा नेता मोहन मांझी राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। इसके साथ ही ओडिशा को 24 साल बाद नया मुख्यमंत्री मिल गया है।इसके अलावा प्रवती परिदा और कनक वर्धन सिंह देव उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। राज्य की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को भुवनेश्वर में होगा।नए मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव दोपहर में पर्यवेक्षक के रूप में राजधानी भुवनेश्वर पहुंचे थे।इसके बाद वहां भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई। उसमें मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा हुई।इसके बाद शाम करीब 6 बजे राजनाथ सिंह ने राज्य के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में मोहन मांझी और उपमुख्यमंत्री के रूप में प्रभाती और केवी सिंह के नाम की घोषणा कर दी।मांझी ओडिशा में आदिवासी समाज का प्रमुख चेहरा हैं और भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर इस समाज पर अपनी पकड़ मजबूत करने की ओर भी कदम उठाया है।मांझी ओडिशा की क्योंझर सीट से विधानसभा चुनाव जीते हैं और यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
उन्होंने इस सीट से बीजू जनता दल (बीजद) के नीना मांझी को 11,577 वोट से मात दी थी। 52 वर्षीय मांझी चार बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।मांझी ने अपने रानजीतिक करियर की शुरुआत सरपंच पद से की थी। वह साल 1997 से 2000 तक सरपंच रहे थे। इसके बाद साल 2000 में उन्होंने क्योंझर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और उसमें जीत हासिल कर विधानसभा का रास्ता तय किया था।राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाली प्रवती ने निमापारा से विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है।उन्होंने बीजद के दिलिप कुमार नायक को 4,588 वोट से मात दी थी।ओडिशा के दूसरे उपमुख्यमंत्री बनने जा रहे कनक वर्धन पटनगढ़ से विधायक हैं और उन्होंने एक करीबी मुकाबले में बीजद के सरोज कुमार मेहर को 1,357 वोट से मात दी है।यह पहली बार होगा जब ओडिशा में दो उपमुख्यमंत्री भी होंगे।भाजपा ने विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 147 सीटों में से 78 पर कब्जा जमाते हुए पूर्ण बहुमत हासिल किया है।
इसी तरह बीजद 51 सीटों के साथ बहुमत से दूर रह गई। इसके साथ राज्य में पिछले 24 सालों से बरकरार बीजद की सत्ता का अंत हो गया है।राज्य में 2000 से 2024 तक नवीन पटनायक मुख्यमंत्री रहे थे। वह 24 साल 98 दिन इस पद पर रहे। अब राज्य को नया मुख्यमंत्री मिल गया है।ओडिशा में भाजपा की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह भुवनेश्वर के जनता मैदान पर होगा।इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।इसके अलावा साधु-संतों को भी आमंत्रण भेजा गया है। बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की जनता से वादा किया था कि उनकी सरकार में कोई उडिय़ा भाषा बालने वाला व्यक्ति ही मुख्यमंत्री होगा।