जी7 में पीएम मोदी-मार्क कार्नी की बैठक में द्विपक्षीय, वैश्विक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा: विदेश मंत्रालय

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जी7 में पीएम मोदी-मार्क कार्नी की बैठक में द्विपक्षीय, वैश्विक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा: विदेश मंत्रालय
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विदेश मंत्रालय ने कहा है कि जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बीच होने वाली बैठक, द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करेगी। जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए श्री मोदी की प्रस्तावित कनाडा यात्रा के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री को पिछले सप्ताह कनाडा के प्रधानमंत्री का फोन आया था, जिसमें उन्हें जी-7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा कि भारत और कनाडा जीवंत लोकतंत्र हैं, जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता और लोगों के बीच जीवंत संबंधों से बंधे हैं।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री जायसवाल ने कहा कि भारतीय और कनाडाई कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच मौजूदा तंत्र के अंतर्गत समय-समय पर परस्‍पर सुरक्षा चिंताओं के मुद्दों पर चर्चा की जाती है। उन्होंने कहा कि यह जुड़ाव जारी रहने की संभावना है।

चीन द्वारा पृथ्वी से संबंधित कुछ दुर्लभ-वस्तुओं के निर्यात नियंत्रण के बारे में पूछे जाने पर, श्री जायसवाल ने कहा कि चीन के वाणिज्य मंत्रालय और सामान्य सीमा शुल्क प्रशासन ने अप्रैल की शुरुआत में इस संबंध में अपने निर्णय की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय प्रथाओं के अनुरूप व्यापार के लिए आपूर्ति श्रृंखला में पूर्वानुमान के लिए चीन के साथ-साथ भारत में भी चीन के संपर्क में है।

श्री जायसवाल ने लॉस एंजिल्स में अस्थिरता पर कहा कि भारत विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण को अत्यंत गंभीरता से लेता है। उन्होंने कहा कि लॉस एंजिल्स क्षेत्र में बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं। प्रवक्‍ता ने इस क्षेत्र में रहने वाले भारतीय नागरिकों को उचित सुरक्षा सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने आगे कहा कि सैनफ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है और समुदाय के सदस्यों के साथ निकट संपर्क में है।

प्रवक्ता ने बांग्लादेश के सिराजगंज जिले में 8 जून को भीड़ द्वारा गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक निवास पर किए गए घृणित हमले और तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि हिंसक कृत्य बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता की स्मृति और समावेशी दर्शन तथा शिक्षाओं का अपमान है। श्री जायसवाल ने कहा कि यह हमला चरमपंथियों द्वारा सहिष्णुता के प्रतीकों को मिटाने और बांग्लादेश की समन्वयकारी संस्कृति तथा सांस्कृतिक विरासत को नष्ट करने के व्यवस्थित प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने अंतरिम सरकार से चरमपंथियों पर लगाम लगाने तथा अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।

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