कोरोना का नया स्ट्रेन और भी घातक सुनने की शक्ति कर रहा खत्म....
कोरोना के नए लक्ष्णों में कानों से सुनने की शक्ति कम होने की भी सामने आ रही है. साथ ही गम्भीर रूप से संक्रमित रोगियों के तो आंखों पर भी इसका बुरा असर...
कोरोना के नए लक्ष्णों में कानों से सुनने की शक्ति कम होने की भी सामने आ रही है. साथ ही गम्भीर रूप से संक्रमित रोगियों के तो आंखों पर भी इसका बुरा असर...
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कोरोना के नए लक्ष्णों में कानों से सुनने की शक्ति कम होने की भी सामने आ रही है. साथ ही गम्भीर रूप से संक्रमित रोगियों के तो आंखों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है. अब तक नए स्ट्रेन के पहचान बदलने के रूप में मुख्य रूप से वायरल बुखार के साथ डायरिया, पेट दर्द, उल्टी-दस्त, अपच गैस, एसिडिटी, भूख न लगना एवं बदन दर्द जैसे लक्षण ही सामने आए थे लेकिन जैसे-जैसे यह नया स्ट्रेन तेजी से फैलता जा रहा है उसके कुछ और नए लक्ष्ण सामने आते जा रहे हैं.
विशेषज्ञों का कहना है इस बार जिस तरह से कोरोना ने अपना रूप बदला है उसके बाद से चिंता और बढ़ गई है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखने के बाद डॉक्टरों का कहना है कि लापरवाही को छोड़कर कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करना ही एक मात्र उपाय है. डॉक्टरों का कहना है कि नए वैरिएंट के मामले में राहत देने वाली बात यह है कि नया स्ट्रेन अगर रोगी की प्रतिरोधक क्षमता ठीक है तो अधिक समय तक परेशान नहीं करता और अधिकतम पांच से छह दिनों में सामान्य भी होने लगता है.
बता दें कि देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण का कहर है. पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के करीब 2 लाख नए मामले सामने आए. साल 2020 के मुकाबले 2021 में कोरोना की लहर ज्यादा खतरनाक है.
अराधना मौर्या