भारत-बंगलादेश गंगा जल संधि की समीक्षा करेंगे, बंग्लादेशी नागरिकों को इलाज के लिए ई-वीजा का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत और बंगलादेश गंगा जल संधि की समीक्षा करने पर सहमत हुए हैं और बंगलादेश से चिकित्सा के लिए भारत आने...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत और बंगलादेश गंगा जल संधि की समीक्षा करने पर सहमत हुए हैं और बंगलादेश से चिकित्सा के लिए भारत आने...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत और बंगलादेश गंगा जल संधि की समीक्षा करने पर सहमत हुए हैं और बंगलादेश से चिकित्सा के लिए भारत आने वालों के लिए ई-वीजा की सुविधा दी जाएगी।
मोदी ने विकास कार्यों में भारत का सबसे बड़ा भागीदार बताते हुए कहा कि बंगलादेश के साथ अपने संबंधों को भारत अत्यधिक प्राथमिकता देता है।मोदी भारत की दो दिन की यात्रा पर नयी दिल्ली आयीं बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के बाद एक साझा संवादाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। हसीना की इस माह यहां की दूसरी यात्रा है। वह मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी आयी थीं।
उन्होंने बताया कि दोनों देश डिजिटल प्रौद्योगिकी, समुद्र और अंतरिक्ष क्षेत्र की पहलों और रक्षा उत्पादन तथा मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में सहयोग के विस्तार पर सहमत हुए हैं। मोदी ने बंगलादेश के संस्थापक राष्ट्रपति बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के स्थिर, समृद्ध और प्रगतिशील बंगलादेश के सपने को साकार करने में, भारत के सहयोग की प्रतिबद्धता को दोहराया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2026 में बंगलादेश ‘अल्प विकसित’ देश की श्रेणी से निकल कर ‘विकासशील देश’ बनने जा रहा है। उन्होंने बंगलादेश की इस प्रगति में हसीना के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा, ‘सोनार बंगला’ को नेतृत्व देने के लिए मैं प्रधानमंत्री शेख हसीना जी का अभिनन्दन करता हूँ। हसीना के साथ संबंधों की प्रागढ़ता को रखांकित करते हुए मोदी ने कहा, ‘पिछले लगभग एक वर्ष में, हम दस बार मिले हैं। लेकिन आज की मुलाकात विशेष है, क्योंकि हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल में प्रधान मंत्री शेख हसीना जी हमारी पहली राजकीय अतिथि हैं।
मोदी ने कहा, बंगलादेश हमारी ‘सबसे पहले पड़ोसी’ पॉलिसी, पूर्व के देशों के साथ काम करने की नीति पॉलिसी, ‘ सागर ’ (क्षेत्र में सभी देशों के लिए सुरक्षा और समृद्धि) और एशिया प्रशांत क्षेत्र के बारे में भारत से सपने और पहल के संगम पर स्थित है। उन्होंने कहा कि भारत और बंगलादेश ने पिछले एक ही वर्ष में साथ मिल कर लोक कल्याण के अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाएं को पूरा किया है।इस संबंध में उन्होंने अखौड़ा से अगरतला के बीच भारत-बंगलादेश के बीच छठे सीमा-पारीय रेल मार्ग सम्पर्क, खुलना-मोंगला बंदरगाह से भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए मालवहन सुविधा, मोंगला बंदरगाह को रेल से जोड़ने की परियोजना तथा 1320 मेगावाट क्षमता के मैत्री थर्मल पावर प्लांट के दोनों यूनिट्स से बिजली उत्पादन शुरू किए जाने का उल्लेख किया।
मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच अब भारतीय रुपये में व्यापार की शुरुआत भी हो चुकी है।भारत-बंगलादेश के बीच, गंगा नदी पर, दुनिया की सबसे लंबी नीदी क्रूज सेवा को सफलतापूर्वक पूरा किया गया है।भारत-बंगलादेश के बीच पहली सीमापारीय मैत्री गैस पाइपलाइन भी पूरी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि भारतीय ग्रिड से होते हुए, नेपाल से बंगलादेश तक बिजली निर्यात, ऊर्जा क्षेत्र में उप-क्षेत्रीय सहयोग का पहला उदाहरण बना है। मोदी ने कहा, एक ही वर्ष में, इतने सारे क्षेत्रों में, इतने बड़ी-बड़ी पहलों को जमीन पर उतारना, हमारे संबंधों की स्पीड और स्केल (गति और विस्तार) को दर्शाता है।
मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री हसीना की इस यात्रा को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आज हमने नए क्षेत्रों में सहयोग के लिए भविष्यदर्शी रुप रेखा तैयार की है। उन्होंने कहा कि आज की बातचीत में दोनों पक्षों के बीच ग्रीन पार्टनरशिप, डिजिटल पार्टनरशिप, ब्लू इकॉनमी, स्पेस जैसे अनेक क्षेत्रों में सहयोग पर सहमति बनी है और इस सहमति का लाभ दोनों देशों के युवाओं को मिलेगा। मोदी ने कहा, “ भारत बंगलादेश ‘मैत्री उपग्रह’ हमारे संबंधों को नई ऊंचाई देगी।हमने – संपर्क सुविधा, वाणिज्य और सहयोग को अपनी सोच के केंद्र में रखा है। पिछले दस वर्षों में हमने 1965 से पहले की संपर्क सुविधाओं को दोबारा खड़ा कि कर दिया है।
उन्होंने कहा, अब हम और अधिक डिजिटल और एनर्जी कनेक्टिविटी पर बल देंगे।इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को गति मिलेगी।हमारे आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए, दोनों पक्ष सीपा पर बातचीत शुरू करने के लिए सहमत हैं। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि बंगलादेश के सिराजगंज में एक स्थलीय कंटेनर डिपो के निर्माण के लिए भारत समर्थन देगा। मोदी ने दोनों देशों के बीच नदी जल क्षेत्र में सहयोग को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच 54 नदियाँ साझा है, ये भारत और बंगलादेश को जोडती हैं । दोनों देश बाढ़ से निपटने, स्थिति की पूर्व चेतावनी , पेयजल परियोजनाओं के क्षेत्र में आपस में सहयोग करते आए हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि दोनों देशों ने 1996 की गंगा जल संधि के नवीनीकरण के लिए तकनीकी स्तर पर बातचीत शुरू करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि बंगलादेश में तीस्ता नदी के संरक्षण एवं प्रबंधन पर बातचीत के लिए शीघ्र ही भारत की एक टेक्निकल टीम बांग्लादेश का दौरा करेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज की बैठक में दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए, रक्षा साजो-सामान के विनिर्माण से लेकर सैन्य बलों के आधुनिकीकरण पर, हमारी विस्तार से चर्चा हुई। दोनों देश आतंकवाद का सामना करने में सहयोग तथा कट्टरवाद और बॉर्डर के शांतिपूर्ण प्रबंधन पर अपनी सहभागिता को मजबूत करने का निश्चय किया है। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर के क्षेत्र के लिए भारत तथा बंगलादेश की सोच समान है। मोदी ने कहा कि भारत-प्रशांत सागर क्षेत्रों से संबंधित पहले में शामिल होने के लिए बांग्लादेश के निर्णय का भारत स्वागत करता है। भारत बिम्सटेक सहित, अन्य रीजनल और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बंग्लादेश के साथ अपना सहयोग जारी रखेंगा।
मोदी ने कहा, हमारी साझा संस्कृति और दोनों देशों के लोगों के बीच जीवंत संबंध हमारे संबंधों की नीव हैं।”इसी संदर्भ में उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने छात्रवृत्ति, प्रशिक्षणऔर क्षमता निर्माण को और बढ़ाने में सहयोग का निर्णय किया है। मोदी ने घोषणा की कि स्वास्थ्य चिकित्सा के लिए बंगलादेश से भारत आने वाले लोगों के लिए, भारत ई-मेडिकल वीज़ा सुविधा शुरू करेगा। भारत ने बंगललादेश के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए हमने रंगपुर में एक नया सहयाग उच्चायोग खोलने का निर्णय लिया है। मोदी ने क्रिकेट वर्ल्ड कप में आज शाम के मैच के लिए, मैं दोनों टीमों को अपनी शुभकामनाएँ देता हूँ। दोनों टिमें आज एक दूसरे के मुकाबले में उतरेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि, हम साथ मिल कर ‘विकसित भारत 2047’ और ‘स्मार्ट बंगलादेश 2041’ के संकल्पों को सिद्धि तक ले जायेंगे।
प्रधानमंत्री हसीना शुक्रवार को यहां पहुंचीं थी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार शाम उनसे मुलाकात की थी। उनका आज सुबह राष्ट्रपति भवन के प्रांगड़ में औपचारिक स्वागत किया गया। शेख हसीना ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री मोदी और हसीना के बीच यहां के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बातचीत के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुयी। मोदी ने अतिथि प्रधानमंत्री के सम्मान में हैदराबाद हाउस में अपराह्न के भोज का आयोजन किया। हसीना का आज शाम ढाका जाने का कार्यक्रम है। इससे पहले वह राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मिलेंगी। उनके इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते किए गए।