बजट से पहले हुई हलवा सेरेमनी, वित्त मंत्री ने बांटा हलवा, जानिए क्या है परंपरा
देश का बजट पेश होने में एक हफ्ते का समय रह गया है। इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार देश का बजट पेश करेंगी। केंद्रीय बजट 2024...
देश का बजट पेश होने में एक हफ्ते का समय रह गया है। इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार देश का बजट पेश करेंगी। केंद्रीय बजट 2024...
देश का बजट पेश होने में एक हफ्ते का समय रह गया है। इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार देश का बजट पेश करेंगी। केंद्रीय बजट 2024 के लिए बजट तैयार करने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में मंगलवार को वित्त मंत्रालय यानी नॉर्थ ब्लॉक में हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया।
बजट तैयार करने की ‘लॉक-इन’ प्रक्रिया शुरू होने से पहले हर साल एक तय परंपरा के तहत हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि हर बार बजट पेश किये जाने से करीब एक हफ्ते पहले वित्त मंत्री कढ़ाही में हलवा क्यों बनाती हैं? इसे बनाने और बांटने के पीछे क्या कारण है और यह परंपरा कब से चली आ रही है। आइए इस सबके बारे में विस्तार से जानते हैं।
हलवा सेरेमनी की परंपरा आजादी से पहले से चली आ रही है। हलवा सेरेमनी का आयोजन बजट पेश करने की सभी तैयारियां पूरी होने के बाद किया जाता है। इस दौरान वित्त मंत्री के अलावा वित्त मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहते हैं। परंपरा के अनुसार हलवा सेरेमनी का आयोजन नॉर्थ ब्लॉक के नीचे बेसमेंट में किया जाता है। हलवा बनने के बाद बजट की छपाई शुरू होती है। जिस दिन हलवा सेरेमनी के दौरान हलवा बांटा जाता है, उसके बाद बजट प्रकाशित करने वाले कर्मचारी और अधिकारी वहीं पर रहते हैं।
नॉर्थ ब्लॉक में 10 दिन बंद रहते हैं कर्मचारी
वित्त मंत्री सचिवालय के नॉर्थ ब्लॉक में बड़ी कढ़ाई में हलवा बनाती हैं। इसके बाद हलवे को वहां मौजूदा अधिकारियों और कर्मचारियों में बांटा जाता है। हलवा सेरेमनी होने के बाद वित्त मंत्रालय के 100 से ज्यादा कर्मचारी 10 दिन तक नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बंद रहते हैं। उनको वहां से बाहर जाने की परमिशन नहीं होती। इतना ही नहीं वे कर्मचारी अपने घर भी फोन पर बात नहीं कर सकते। बाहरी दुनिया से उनका संपर्क पूरी तरह कट जाता है। ऐसा इसलिए होता है, जिससे बजट से जुड़ी कोई भी जानकारी पहले से लीक न हो।