बजट को लेकर सदन के बाहर और अंदर विपक्ष का हंगामा,विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया,बजट को बताया भेदभावपूर्ण

  • whatsapp
  • Telegram
बजट को लेकर सदन के बाहर और अंदर विपक्ष का हंगामा,विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया,बजट को बताया भेदभावपूर्ण

23 जुलाई को वित् मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट को INDIA गठबंधन ने कुर्सी बचाओ बजट और भेदभावपूर्ण बजट बताया है। संसद की कार्यवाही शुरू होते ही संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने जोरदार हंगामा करते हुए नारेबाजी की,विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया।

संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी सांसदों ने प्रदर्शन किया. इसमें सोनिया, राहुल गांधी और अखिलेश यादव भी शामिल हुए। कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा मोदी सरकार का ये बजट भारत के संघीय ढांचे के खिलाफ है।इस बजट में कई राज्यों के साथ भेदभाव किया गया है।इसी अन्याय के खिलाफ INDIA गठबंधन के नेताओं ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।हमारी ये लड़ाई सड़क से संसद तक जारी रहेगी।

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "यह बजट सिर्फ अपने सहयोगियों को संतुष्ट करने के लिए है... उन्होंने किसी को कुछ नहीं दिया।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "समर्थन मूल्य किसान को ना देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं...उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था, दिल्ली का लाभ लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है या लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया उसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है... विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।

शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा, "बजट देश का होता है, यह देश का बजट नहीं है। बजट सरकार बचाने के लिए नहीं होता है।

समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने कहा, "हम बस इतना चाहते हैं कि वे (केंद्र) सच बोलें और देश के युवाओं को गुमराह न करें...वे नौकरियां कैसे पैदा करेंगे? उन्होंने राज्यों को भी गुमराह किया है। यहां तक ​​कि बिहार को भी गुमराह किया गया है, राज्य को कुछ नहीं दिया गया है।

AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा, "...ये कमाल का बजट इजात किया गया है जिसमें लगभग इस देश का हर वर्ग निराश हुआ है मात्र 2 व्यक्तियों को छोड़ कर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू। मैं पूछना चाहता हूं कि वो राज्य जिन्होंने अभूतपूर्व समर्थन भाजपा को दिया और अपने राज्य की लगभग सारी सीट दे दी उन राज्यों को इस बजट में क्या मिला? जिन राज्यों ने भाजपा को इतना समर्थन नहीं दिया, या जिन राज्यों के समर्थन से सरकार मुश्किल से चल पा रही है उन पर सब कुछ लुटा दिया गया। इससे सार मिलता है कि जो राज्य भाजपा को कम वोट देता है उसे ज्यादा दिया जाएगा तो आगे के लिए सीख ले लीजिए।

RJD सांसद मीसा भारती ने कहा, "बिहार को मिला क्या है?... कहीं ना कहीं उन्हें एक झुनझुना और लॉलीपॉप देकर पीएम के सर पर लटक रही तलवार को टाला गया है... इसमें मध्यम वर्ग के लिए कुछ नहीं है। युवाओं के लिए कुछ नहीं है रोजगार पर कोई बात नहीं हुई है। बहुत सी योजनाएं जिसकी इन्होंने घोषणा की है वो पहले से चल रही है, बस उसे नए तरीके से पैक कर प्रस्तुत किया गया है...बिहार में चुनाव है इसलिए हमें और जनता को लगता है कि ये चुनावी घोषणाएं साबित होंगी।

Next Story
Share it