शीतकालीन सत्र: आज दोनों सदनों में कई अहम विधेयक चर्चा के लिए होंगे पेश
संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे सप्ताह की आज से शुरुआत होगी। आज दोनों ही सदनों में कई अहम विधेयक पेश किए जाने और चर्चा किए जाने के लिए सूचीबद्ध है।...
संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे सप्ताह की आज से शुरुआत होगी। आज दोनों ही सदनों में कई अहम विधेयक पेश किए जाने और चर्चा किए जाने के लिए सूचीबद्ध है।...
संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे सप्ताह की आज से शुरुआत होगी। आज दोनों ही सदनों में कई अहम विधेयक पेश किए जाने और चर्चा किए जाने के लिए सूचीबद्ध है। लोकसभा में आज तटीय पोत परिवहन विधेयक, 2024 पेश किया जाएगा। विधेयक को पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल पेश करेंगे। इसके साथ ही लोकसभा में दो विधेयक बैंककारी विधियां संशोधन विधेयक, 2024 और रेल संशोधन विधेयक, 2024 विचार और पारित किए जाने के लिए पेश होंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बैंककारी विधियां संशोधन विधेयक, 2024 को चर्चा के लिए पेश करेंगी। विधेयक के माध्यम से बैंक से जुड़े कई पुराने अधिनियमों में संशोधन होंगे। विधेयक भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949, भारतीय स्टेट बैंक अधिनियम, 1955, बैंककारी कम्पनी (उपक्रमों का अर्जन और अन्तरण) अधिनियम, 1970 और बैंककारी कम्पनी (उपक्रमों का अर्जन और अन्तरण) अधिनियम, 1980 में और संशोधन करेगा। वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रेल संशोधन विधेयक, 2024 को सदन में पेश करेंगे। विधेयक के माध्यम से रेल अधिनियम, 1989 में संशोधन किए जाएंगे।
राज्यसभा में दो विधेयक तेलक्षेत्र (विनियमन तथा विकास) संशोधन विधेयक, 2024 और भारतीय वायुयान विधेयक, 2024 चर्चा के लिए पेश होंगे। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी तेलक्षेत्र से संबंधित विधेयक को सदन में चर्चा के लिए रखेंगे। इस विधेयक के माध्यम से तेलक्षेत्र (विनियमन तथा विकास) अधिनियम, 1948 में संशोधन किए जाने का प्रस्ताव है। वहीं नागर विमानन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू भारतीय वायुयान विधेयक, 2024 को चर्चा के लिए पेश करेंगे। विधेयक में विमान के डिजाइन, निर्माण, रखरखाव, कब्जे, उपयोग, संचालन, बिक्री, निर्यात और आयात के विनियमन और नियंत्रण तथा उससे संबंधित मामलों में परिवर्तन का प्रस्ताव है।
इसके साथ ही लोकसभा में विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर चीन के साथ भारत के संबंधों में हालिया घटनाक्रम पर बयान देंगे। दोनों ही सदनों में प्रश्नकाल के दौरान अलग अलग मंत्रालयों से कई अहम प्रश्न पूछे जाएंगे।