केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी वित्त वर्ष के लिए प्रस्तुत किया केन्द्रीय बजट

  • whatsapp
  • Telegram
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी वित्त वर्ष के लिए प्रस्तुत किया केन्द्रीय बजट
X




केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में आगामी वित्त वर्ष के लिए केन्द्रीय बजट प्रस्तुत किया। यह एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट है। बजट पेश करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के विकास के इंजनों के रूप में चार क्षेत्रों की पहचान की गई है। ये हैं - कृषि, लघु और मध्यम उद्योग-एमएसएमई, निवेश तथा निर्यात। अपने बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के लिए अनेक घोषणाएं कीं।

बजट में किसानों के लिए पीएम धन-धान्य कृषि योजना की घोषणा की गई है। इसके तहत देश के उन सौ जिलों को कवर किया जाएगा, जहां कृषि उत्पादन वर्तमान में कम है। इस योजना से डेढ़ करोड़ से अधिक किसानों को लाभ पहुंचेगा। अरहर, उड़द और मसूर पर विशेष ध्यान देने के लिए दलहनों में आत्मनिर्भरता मिशन शुरू किया जाएगा।

अगले चार वर्षों के दौरान केंद्रीय एजेंसियां किसानों से ये दालें खरीदेंगी। किसान क्रेडिट कार्ड की ऋण सीमा तीन लाख रूपये से बढ़ाकर पांच लाख रूपये करने का ऐलान किया गया। एमएसएमई क्षेत्र को गारंटी कवर के साथ दिए जाने वाले ऋण को पांच करोड़ रूपये से बढ़ाकर दस करोड़ रूपये करने की घोषणा की गई है। इसके अलावा अनुसूचित जाति और जनजाति की पहली बार उद्यम शुरू करने वाली पांच लाख महिलाओं को दो करोड़ रूपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।

नई कर व्यवस्था के तहत बजट में कहा गया है कि एक लाख रूपये तक प्रति महीने की औसत आय पर अब कोई कर नहीं लगेगा। वहीं, वेतनभोगी करदाताओं के लिए यह सीमा पचहत्तर हजार रूपये की मानक कटौती के कारण बारह लाख पचहत्तर हजार रूपये होगी। वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज पर कटौती की सीमा पचास हजार रूपये से बढ़ाकर एक लाख रूपये की गई है।

सरकारी स्कूलों में अगले पांच वर्षों के दौरान पचास हजार अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला स्थापित की जाएंगी। भारत नेट परियोजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी। गिग वर्करों को पहचान पत्र दिया जाएगा और पीएम जनआरोग्य योजना के तहत ई-श्रम पोर्टल और स्वास्थ्य देखभाल के लिए उनका पंजीकरण किया जाएगा। कैंसर सहित अन्य असाधारण और गंभीर रोगों के उपचार के लिए छत्तीस जीवनरक्षक औषधियों को बुनियादी सीमा-शुल्क से छूट दी गई है।



Next Story
Share it