कतर के साथ भारत के संबंध सदियों पुराने है और वह भारत के साथ पश्चिम एशिया के वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों का अभिन्न हिस्सा रहा है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि कतर के साथ भारत के संबंध सदियों पुराने है और वह भारत के साथ पश्चिम एशिया के वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों...


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि कतर के साथ भारत के संबंध सदियों पुराने है और वह भारत के साथ पश्चिम एशिया के वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों...
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि कतर के साथ भारत के संबंध सदियों पुराने है और वह भारत के साथ पश्चिम एशिया के वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों का अभिन्न हिस्सा रहा है। कल राष्ट्रपति भवन में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद-अ-सानी का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के बीच बहुपक्षीय कार्यक्रम और सहयोग सहजत्ता और सदभावना की गहरी भावना से जुडे़ है। उन्होंने कहा कि दोनों देश व्यापार, निवेश, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति और ऊर्जा के क्षेत्र में विश्वसनीय भागीदार है।
राष्ट्रपति ने यह भी सुझाव दिया कि भारत और कतर को नवाचार, प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप में सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी शक्तियों का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में शांति, प्रगति और संपन्नता के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि भारत और कतर के संबंधों को सामरिक भागीदारी के स्तर पर लाने से दोनों देशों के करीबी जुड़ाव की कार्ययोजना तैयार होगी। राष्ट्रपति मुर्मु ने कतर के अमीर के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया।