विदेश मंत्री डॉ. एस.जयशंकर ने उभरती वैश्विक व्यवस्था और भारत-जापान सहयोग की अनिवार्यता पर दिया जोर
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आज नई दिल्ली में भारत-जापान फोरम के उद्घाटन सत्र में भाग लिया। सोशल मीडिया पोस्ट में, डॉ. जयशंकर ने कहा कि उन्होंने...

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आज नई दिल्ली में भारत-जापान फोरम के उद्घाटन सत्र में भाग लिया। सोशल मीडिया पोस्ट में, डॉ. जयशंकर ने कहा कि उन्होंने...
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आज नई दिल्ली में भारत-जापान फोरम के उद्घाटन सत्र में भाग लिया। सोशल मीडिया पोस्ट में, डॉ. जयशंकर ने कहा कि उन्होंने उभरती विश्व व्यवस्था और भारत-जापान के बीच घनिष्ठ सहयोग की अनिवार्यता पर चर्चा की।
इससे पहले कल, फोरम के उद्घाटन सत्र में, श्री जयशंकर ने सेमीकंडक्टर सहयोग, रक्षा, आर्थिक और तकनीकी सहयोग को मज़बूत करने के क्षेत्रों में घनिष्ठ संबंधों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य सुगम आपूर्ति श्रृंखलाओं को बढ़ावा देना और लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाना है, जिसमें डिजिटल शासन और क्वाड की भूमिका पर केंद्रित चर्चाएं शामिल हैं। श्री जयशंकर ने दोनों देशों के बीच सेमीकंडक्टर सहयोग की बढ़ती संभावनाओं का उल्लेख किया और वैश्विक भू-राजनीतिक गतिशीलता को नया रूप देने में इसके महत्व पर बल दिया।
श्री जयशंकर भारतीय पर्यटकों के बढ़ते रुझान का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया में हर वर्ष लगभग 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि हर साल 1 करोड 30 लाख से 1 करोड 50 लाख तक पासपोर्ट 10 साल की वैधता अवधि के साथ जारी किए जा रहे हैं।





