प्रवासी मजदूरों को किराये पर 50 हजार मकान मुहैया कराएंगी तेल कंपनियां....
कोरोना काल में सबसे ज्यादा परेशानी झेलने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छी खबर है। तेल क्षेत्र की सरकारी कंपनियां उनके लिए 50 हजार मकान बनाने की...
कोरोना काल में सबसे ज्यादा परेशानी झेलने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छी खबर है। तेल क्षेत्र की सरकारी कंपनियां उनके लिए 50 हजार मकान बनाने की...
- Story Tags
- Migration
- labourers
- house
- Oil Company
कोरोना काल में सबसे ज्यादा परेशानी झेलने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छी खबर है। तेल क्षेत्र की सरकारी कंपनियां उनके लिए 50 हजार मकान बनाने की तैयारी में है। इन मकानों में प्रवासी मजदूर मामूली किराया देकर रह सकते हैं। पेट्रोलियम मंत्रालय ने इंडियन ऑयल कॉर्प जैसी सरकारी कंपनियों को यह काम करने को कहा है। यह प्रवासी मजदूरों को कम किराए पर मकान दिलाने की सरकार का योजना का हिस्सा है।
जानकारी के लिए बता दें कि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में हाल में हुई एक बैठक में उन्होंने कंपनियों को आवासीय इकाइयों के लिए जल्द से जल्द योजना बनाने को कहा। मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद कंपनियों ने अपने प्रतिष्ठानों के आसपास प्रवासी मजदूरों के लिए मकान बनाने लायक जमीनों की तलाश तेज कर दी है। बता दें कि प्रवासी मजदूर इन मकानों में बहुत कम किराया देकर रह सकेंगे। हालांकि, कुछ कंपनियों के अधिकारी सरकार की इस योजना से सहमत नहीं हैं।
मंत्रालय चाहता है कि उसके अधीन आने वाली आईओसी (IOC), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL), गेल इंडिया लिमिटेड (GAIL India Ltd) और ओएनजीसी (ONGC) जैसी तेल कंपनियां अपनी जमीन पर प्रवासी मजदूरों के लिए घर बनाएं। पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा निर्देश मिलने के बाद सरकारी तेल कंपनियों ने अपने प्रतिष्ठानों के पास ऐसी जगहों की तलाश शुरू कर दी है, जहां प्रवासी मजदूरों को किराए पर देने के लिए घर बनाए जा सकें।
अराधना मौर्या