अनुसूचित जनजाति के प्रदेश अध्यक्ष आलोक प्रसाद की रिहाई की मांगों को लेकर कांग्रेसियों ने किया प्रेस वार्ता लगाएं सरकार पर गंभीर आरोप
कांग्रेस के अनुसूचित जनजाति के प्रदेश अध्यक्ष आलोक प्रसाद के गिरफ्तारी के बाद प्रदेश सहित देश के कांग्रेसियों ने मोर्चा खोल रखा है अपने नेता के रिहाई...
कांग्रेस के अनुसूचित जनजाति के प्रदेश अध्यक्ष आलोक प्रसाद के गिरफ्तारी के बाद प्रदेश सहित देश के कांग्रेसियों ने मोर्चा खोल रखा है अपने नेता के रिहाई...
कांग्रेस के अनुसूचित जनजाति के प्रदेश अध्यक्ष आलोक प्रसाद के गिरफ्तारी के बाद प्रदेश सहित देश के कांग्रेसियों ने मोर्चा खोल रखा है अपने नेता के रिहाई को लेकर पूरे देश में आंदोलन करने के साथ ही सरकार पर कांग्रेसियों ने गंभीर आरोप लगाया कांग्रेस के पदाधिकारियों ने आज वाराणसी में मैदागिन स्थित कांग्रेस कार्यालय पर पत्रकार वार्ता कर कहां की
30प्र0 कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन श्री आलोक प्रसाद की उ0प्र0 सरकार दवारा अलोकतांत्रिक और साजिश के तहत की गयी गिरफ्तारी का कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है और मांग करती है कि श्री आलोक प्रसाद को तत्काल रिहा किया जाए।
दलित विरोधी मानसिकता के चलते उ0प्र0 की योगी सरकार दलितों को सम्मान और सुरक्षा देने में नाकाम साबित हुई है। विगत कई महीनों में यूपी में दलित उत्पीड़न और अत्याचार के मामलों में लगातार वृद्धि हुई है। दलित बेटियों पर बलात्कार और हत्याओं से पूरा यूपी दहल गया है । हाथरस का मामला आप सभी के सामने है। जब तक माननीय न्यायालय ने संज्ञान नहीं लिया दलित विरोधी योगी सरकार इस मामले में पूरी तरह शान्त रही और घटना को छिपाने के लिए रातों रात दलित बेटी के शव को पुलिस प्रशासन ने दबाव में पेट्रोल डालकर जला दिया। इस तरह की जघन्य घटनाएं बुलन्दशहर अमरोहा, कानपुर, गोरखपुर, आजमगढ़, कानपुर, गोण्डा, बस्ती, शाहजहांपुर, उन्नाव आदि जनपदों में घटित हुई हैं। रोजाना प्रदेश के जनपदों में बच्चियों के साथ रेप, गैंगरेप और हत्या की घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसा पहली बार उ0प्र0 में योगी सरकार के शासनकाल में देखा गया है कि घाटमपुर में 6 साल की बच्ची के साथ रेप करने के बाद भेजा निकालकर खाये जाने की घटना सामने आई है। इसके अलावा बांदा में सैकड़ों छोटे बच्चों के साथ कुकर्म करने वाले नरपिशाच सामने आ रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही दलित हितैषी और दलितों के प्रति संवेदना दर्शाते हुए उनके साथ मजबती से खड़ी रही।