टीएमसी छोड़ते ही ममता सरकार पर खूब बरसे जितेंद्र तिवारी कहा- उन्हें लगता है मेरी जिंदगी का कोई मोल नहीं
। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही तृणमूल कांग्रेस की परेशानियां बढ़ने लगी है। ममता बनर्जी की पार्टी के तीन दिग्गज नेताओं ने गुरुवार को...


। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही तृणमूल कांग्रेस की परेशानियां बढ़ने लगी है। ममता बनर्जी की पार्टी के तीन दिग्गज नेताओं ने गुरुवार को...
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अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही तृणमूल कांग्रेस की परेशानियां बढ़ने लगी है। ममता बनर्जी की पार्टी के तीन दिग्गज नेताओं ने गुरुवार को अपना इस्तीफा सौंप कर बीजेपी का हाथ थाम लिया। इनमें से एक शुभेंदु अधिकारी हैं जिन्हें ममता बनर्जी का खास माना जाता है। वही दूसरा नाम जितेंद्र तिवारी का है। और तीसरे शीलभद्र दत्त है।
आपको बता दें कि जितेंद्र तिवारी तृणमूल कांग्रेस को छोड़ने के बाद ममता बनर्जी पर खूब बरसे। आसनसोल से कोलकाता के लिए रवाना होने वाले पहले जितेंद्र तिवारी ने कहा कि 'जब राज्य सरकार को लगा कि मेरा जीवन कीमती है, उसने मुझे रक्षा दी। अब सरकार को लगता है कि मेरे जीवन का कोई मूल्य नहीं, इसीलिए मेरी सुरक्षा हटा दी गई।'आपको बता दें कि जितेंद्र तिवारी के साथ ममता बनर्जी की पार्टी के दो बागी नेता कोलकाता के लिए और रवाना हो गए।
ऐसी कभी आ रही है कि जिन्होंने अभी तक ममता बनर्जी की पार्टी को इस्तीफा दिया है। वह सभी गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में कमल का हाथ थाम सकते हैं। बता दें कि टीएमसी की पार्टी को झटका देते हुए तीनों ने ममता बनर्जी को गुरुवार इस्तीफा सौंप दिया।
केंद्रीय गृहमंत्री बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष गृह मंत्री अमित शाह 19 और 20 को बंगाल आ रहे हैं।बताया जा रहा है कि इस दौरान ममता बनर्जी के कई बागी नेता कमल का हाथ थामने जा रहे हैं।
ऐसे में कई सारे राजनेता है जो कह रहे हैं, कि यदि बंगाल में बीजेपी जीती। तो इसमें सीधा हाथ ममता बनर्जी का होगा।
ओवैसी ने भी ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पहले अपने घर को देखें फिर दूसरों की बात करें।
आपको बता दें कि जिंदगी कुछ नेताओं ने ममता बनर्जी की पार्टी को इस्तीफा सौंपा है, बस अभी पार्टी की आलोचना करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। ऐसे में देखना यह है कि बंगाल विधानसभा चुनाव में किसकी जीत होती है।
नेहा शाह