सरकारी बैंकों के निजीकरण के खिलाफ हड़ताल पर बोले राहुल गांधी...
बैंक यूनियनों की तरफ से किए गए बैंक हड़ताल का आज दूसरा दिन है. सार्वजनिक क्षेत्र के दो और बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों की...
बैंक यूनियनों की तरफ से किए गए बैंक हड़ताल का आज दूसरा दिन है. सार्वजनिक क्षेत्र के दो और बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों की...
बैंक यूनियनों की तरफ से किए गए बैंक हड़ताल का आज दूसरा दिन है. सार्वजनिक क्षेत्र के दो और बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों की हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी कामकाज प्रभावित नजर आ रहा है. हड़ताल के पहले दिन यानी सोमवार को स्ट्राइक का असर देश के कई राज्यों में देखने को मिला. इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बैंक हड़ताल का समर्थन किया है|
. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर इसका समर्थन जताते हुए कहा कि भारत सरकार मुनाफे का निजीकरण और नुकसान का राष्ट्रीयकरण कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी उद्योगपतियों को सरकारी बैंक बेचने से देश की वित्तीय सुरक्षा के साथ समझौता किया जा रहा है. मैं बैंक कर्मचारियों की हड़ताल का समर्थन करता हूं.
देश की अर्थव्यवस्था खासकर बैंकिंग के इतिहास में 19 जुलाई का दिन बेहद अहम माना जाता है, क्योंकि 19 जुलाई, 1969 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया था. उस वक्त ये बैंक देश के बड़े औद्योगिक घराने चला रहे थे. इन बैंकों में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक, यूको बैंक, केनरा बैंक, यूनाइटेड बैंक, सिंडिकेट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक तथा बैंक ऑफ महाराष्ट्र शामिल थे.
अराधना मौर्या