चुनाव आयोग की राहुल सिन्हा पर रोक के बाद अब पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर भी पाबंदी....
पश्चिम बंगाल की राजनीति में विधानसभा चुनाव को लेकर नेता कई बार भड़काऊ और आपत्तिजनक टिप्पणी कर देते हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब निर्वाचन...
पश्चिम बंगाल की राजनीति में विधानसभा चुनाव को लेकर नेता कई बार भड़काऊ और आपत्तिजनक टिप्पणी कर देते हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब निर्वाचन...
पश्चिम बंगाल की राजनीति में विधानसभा चुनाव को लेकर नेता कई बार भड़काऊ और आपत्तिजनक टिप्पणी कर देते हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब निर्वाचन आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के नेता राहुल सिन्हा को टिप्पणी करने के लिए चुनाव प्रचार करने पर अगले 48 घंटे की रोक लगा दी उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी मानव जीवन का उपहास उड़ाने वाली और बेहद भड़काऊ है।
वहीं चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष के भी बयानों को लेकर उन्हें नोटिस भेजा जिसमें घोष ने कथित रूप से कहा था कि सीतलकूची जैसी घटना की पुनरावृत्ति अनेक स्थानों पर होगी। चुनाव आयोग ने उनके इस बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस तरह के बयानों का कानून व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ेगा।
किसी के साथ चुनाव आयोग ने सिन्हा के बयानों की कड़ी निंदा की जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के सीतलकुची में केंद्रीय सुरक्षा बलों के 4 लोगों के बजाय 8 लोगों की हत्या कर देनी चाहिए थी। आयोग ने कहा कि इस तरह के बयान मानव जीवन का उपहास उड़ाते हैं, जिसके कारण आयोग ने उन्हें 48 घंटे की रोक में रखा है।
आयोग ने बताया कि आदेशों के अनुसार सिन्हा पर पाबंदी 12:00 बजे से शुरू और 15 अप्रैल को 12:00 बजे तक बनी रहेगी। उधर चला दिलीप घोष को भी नोटिस जारी कर दिया जिसमें कहा गया कि यदि कोई अपनी सीमाओं को पार करेगा तो आपने देखा ही है कि सीतलकुची में क्या हुआ। आपको बता दें कि घोष ने रविवार को कहा कि यदि सीतलकुची में मारे गए दोस्त लड़कों की तरह किसी ने कानून हाथ में लेने का प्रयास किया तो विधानसभा चुनाव के अगले चरण में कूचबिहार की तरह हत्या हो सकती हैं।
नेहा शाह