नंदीग्राम से उम्मीदवार विधायक की सीट हारने के बाद कैसे बनेंगी ममता बनर्जी मुख्यमंत्री? जाने पूरा समीकरण.....
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मई को घोषित कर दिए गए हैं जिसमें चुनावी रण में ममता बनर्जी ने विजय हासिल की है। इसी के साथ ममता बनर्जी ने पूर्ण...
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मई को घोषित कर दिए गए हैं जिसमें चुनावी रण में ममता बनर्जी ने विजय हासिल की है। इसी के साथ ममता बनर्जी ने पूर्ण...
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मई को घोषित कर दिए गए हैं जिसमें चुनावी रण में ममता बनर्जी ने विजय हासिल की है। इसी के साथ ममता बनर्जी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर एक नया इतिहास रच दिया है। लेकिन बंगाल की जीत की बनी खीर में कहीं ना कहीं नमक रूपी हार पड़ गई है। रुझान आने के बाद ममता बनर्जी अपनी नंदीग्राम विधानसभा सीट से हार चुकी हैं, उन्हें भाजपा के शुभेंदु अधिकारी द्वारा 1956 वोटों से पछाड़ा गया है। जिसके बाद सभी में सवाल है कि अपनी उम्मीदवारी ही हारने के बाद आखिर ममता बनर्जी विधायक का चुनाव हार गईं तो कैसे बनेगी सीएम।
गौरतलब है कि नंदीग्राम से अपनी उम्मीदवारी की सीट हारने के बाद ममता बनर्जी को विधायक बनने के लिए पूर्ण बहुमत साबित करना पड़ेगा जिसके बाद ही वह मुख्यमंत्री के पद पर आ सकती हैं। आपको बता दें कि नंदीग्राम से हारने के बाद ममता बनर्जी ने खुशी से अपनी हार स्वीकार कर ली है और वे कड़े मुकाबले से शुभेंदु अधिकारी से हार चुकी है। जिसके बाद चुनावी नतीजों में भी एक बार फिर फैसला पलटा है और इसके खिलाफ ममता बनर्जी ने कोर्ट जाने का फैसला किया है।
वैसे सीएम बनने के लिए विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होना जरूरी है। अगर सदस्य नहीं है तो शपथ लेने के छह माह के भीतर सदस्य बनना जरूरी होता है। नियमों के अनुसार मुख्यमंत्री पद की शपथ बिना विधायक रहते ली जा सकती है। इसके बाद मुख्यमंत्री को 6 महीने का वक्त मिलता है। इस तय समय सीमा के अंदर उनका विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना अनिवार्य है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी की जीत के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि नंदीग्राम के बारे में हमें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। नंदीग्राम के लोगों का जो भी जनादेश है मैं उसे स्वीकार करती हूं।
इसी के साथ उन्होंने कहा कि हमने 221 से अधिक सीटें जीती हैं और भाजपा चुनाव हार गई है, परंतु फिर भी मैं न्यायालय जाऊंगी क्योंकि मुझे जानकारी है कि परिणामों की घोषणा के बाद कुछ हेराफेरी हुई है। सिर्फ ममता बैनर्जी ही नहीं भारत के इतिहास के चुनावी परिणामों में कई बार ऐसा हुआ है जब मुख्यमंत्री उम्मीदवार ही अपनी सीट से हारा है इनमें बिहार के लालू प्रसाद यादव, महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे, एमपी के कमलनाथ और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ भी शामिल है। गौरतलब है कि पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद ममता बनर्जी विधायक के चुनाव में जीतकर मुख्यमंत्री पद पर बैठेंगी।
नेहा शाह