राहुल गांधी के प्रधानमंत्री विरोधी ट्वीट के बाद कांग्रेस के जयराम नरेश बोले- देश को टीकों की जरूरत है, न कि मगरमच्छ के आंसू की.....
भारत में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए तथा इससे निपटने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर...


भारत में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए तथा इससे निपटने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर...
भारत में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए तथा इससे निपटने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। आपको बता दें कि उनके ट्वीट के बाद लगातार दो अन्य वरिष्ठ नेता भी उनके इस खेमे में शामिल हो गए। राहुल गांधी ने शनिवार को एक ट्वीट करते हुए कहा कि कोई टीका नहीं सबसे कम जीडीपी।
उच्चतम कोविड मौतें, भारत सरकार की प्रतिक्रिया? पीएम रोते हैं।" साथ ही पीएम मोदी पर COVID से मरने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए "मगरमच्छ के आंसू" बहाने का आरोप लगाया।
इतना ही नहीं आपको बता दें कि देश की आर्थिक स्थिति को समझते हुए राहुल गांधी ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करके वैश्विक आर्थिक स्थिति और महामारी की स्थिति पर एक चार्ट भी साझा किया जिसे केंद्र सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने ट्वीट किया था।
No Vaccines
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 22, 2021
Lowest GDP
Highest Covid deaths...
GOI's response?
PMCries. pic.twitter.com/b8TbfwnrlI
सिलसिला यहीं नहीं थमा राहुल गांधी ने एक और ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी प्रणाली को प्रबंधन के कारण भारत में महामारी के साथ-साथ ब्लैक फंगस की महामारी भी आकर तहलका मचा रही है।
उन्होंने कहा कि कोविड के लिए दवाओं की कमी के साथ भारत में इस बड़ी बीमारी के लिए दवाओं की भी भारी कमी है। प्रधानमंत्री जल्द ही इस बीमारी से निपटने के लिए 'ताली-थाली' बजाने की घोषणा करेंगे।
बता दें कि राहुल गांधी के निरंतर विरोधी ट्वीट के बाद एक अन्य नेता जयराम नरेश ने भी सरकार के खिलाफ खराब गतिविधियों को लेकर हमला बोला उन्होंने कहा कि देश को टीकों की जरूरत है, न कि मगरमच्छ के आंसू की। इसके तुरंत बाद कांग्रेस के पी चिदंबरम ने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि आईएमएफ और डब्ल्यूएचओ दोनों ने भारत को टीकाकरण की धीमी गति के परिणामों के प्रति आगाह किया है।
उन्होंने अपने ट्वीट में केंद्रीय मंत्री पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के 31 दिसंबर तक पूरी वयस्क आबादी को टीका लगाने के लिए 216 करोड़ वैक्सीन खुराक प्राप्त करने के दावे का समर्थन करना चाहिए।
अब तक, ऐसा नहीं है।इसी के साथ उन्होंने सरकार को अंतिम चेतावनी दी और कहा कि यदि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेजी से नहीं किया गया तो तीसरी लहर के लिए भारत को जबरदस्त नुकसान सहना पड़ेगा।
नेहा शाह