कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शेयर की भावुक पोस्ट कहा- किसी ने मुझे बताई सोचा आप के साथ साझा कर लूं.....
कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने रविवार को एक भावुक पोस्ट फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा कि एक जहाज तूफान में फंसा हुआ था कई लोग...
कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने रविवार को एक भावुक पोस्ट फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा कि एक जहाज तूफान में फंसा हुआ था कई लोग...
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कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने रविवार को एक भावुक पोस्ट फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा कि एक जहाज तूफान में फंसा हुआ था कई लोग सबकी आंखों के सामने तूफान में डूब गए. कई लोगों के डूब जाने का खतरा था." जहाज में बैठे लोग, जहाज के छोटे-बड़े कर्मी सब जहाज को डूबने से बचाने में लगे थे। बहुत ही भयावह स्थिति थी फिर भी लोग साथ देकर एक दूसरे की हिम्मत बढ़ाते रहे, सबको ये भरोसा था कि जहाज का कैप्टन भी जहाज को बचाने का भरसक प्रयास कर रहा होगा।
इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि जब स्थिति ज्यादा बिगड़ने लगी तो लोगों ने जहाज के कैप्टन से अपील की, लेकिन लोग हतप्रभ रह गए जब उन्हें पता चला कि जहाज का कैप्टन तो गायब है. तमाम चीख-पुकारों, अपीलों को वो अनसुना करते हुए जिम्मेदारी की कुर्सी से उठकर कहीं चला गया था। मगर लोग छोटे-बड़े कर्मियों ने आशा नहीं छोड़ी। वे बचाव कार्य में लगे थे कई लोगों ने अपने साथी खो दिए कई लोगों के सामने उनके अपने डूब गए। मालूम करने पर पता चला कि जहाज के कैप्टन को पहले से जानकारी थी कि मौसम विपरीत होगा, जहाज डूब भी सकता है।
उन्होंने आगे लिखा कि पर जहाज के कैप्टन ने न तो लोगों को समय पर आगाह किया, न ही लोगों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम और न ही जहाज का सुरक्षा कवच बढ़ाया और तो और जहाज के कैप्टन ने लोगों की सुरक्षा से जुड़ी कई आवश्यक चीजें दूसरे जहाजों को दे दीं। उन्होंने आगे लिखा कि काफी समय तक यह दृश्य चलता रहा और लोग एवं कर्मियों की मेहनत के बाद स्थिति कुछ नियंत्रण में देखी गई। स्थिति नियंत्रण में आने के थोड़ी देर बाद अचानक कैप्टन की आवाज आई। जिसमें 1 दिन बाद एक लाउडस्पीकर पर उसकी घोषणा आने लगी। एक दिन तो उसकी आवाज़ अटकी और वह रोने भी लगा। जहाज पर फंसे हुए लोग अभी भी त्रस्त थे।
उन्होंने आगे लिखा कि स्क्रीन की आवाज में सुनाई तो दी मगर कुछ दूर से कुछ अलग लगने लगा। सब एक दूसरे की मदद करने में व्यस्त थे क्योंकि जान अभी भी बचाने की। सबका ध्यान इन्हीं कार्यों में लगा हुआ था, किसी को पता तक नहीं लगा कि कैप्टन चुपचाप से बाहर आकर फिर से अपनी सीट पर बैठ गया था।
कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका गांधी के द्वारा शेयर की गई इस कहानी को आज की भारत की स्थिति से जोड़ करके देखा जा रहा है। जिसमें उन्होंने साफ-साफ भारत में हो रही सभी गतिविधियों को ध्यान में रखकर लिखा है कि कैसे त्राहि के समय लोग एक दूसरे की मदद कर रहे हैं।
नेहा शाह