प्रियंका गांधी ने केंद्र से पूछा सवाल कहा- केंद्र के आंकड़ों और श्मशान घाट के आंकड़ों में भिन्नता क्यों?
वैश्विक महामारी के दौरान केंद्र सरकार के महामारी से निपटने के तरीके और उसकी टीकाकरण नीति की आलोचना प्रियंका गांधी द्वारा अक्सर की जाती है। इस बार...
वैश्विक महामारी के दौरान केंद्र सरकार के महामारी से निपटने के तरीके और उसकी टीकाकरण नीति की आलोचना प्रियंका गांधी द्वारा अक्सर की जाती है। इस बार...
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वैश्विक महामारी के दौरान केंद्र सरकार के महामारी से निपटने के तरीके और उसकी टीकाकरण नीति की आलोचना प्रियंका गांधी द्वारा अक्सर की जाती है। इस बार प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार को संक्रमण से होने वाली मौतों को लेकर गलत आंकड़े प्रस्तुत करने के लिए कटाक्ष में लिया है। कांग्रेस सचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि उसके जारी मौत के आंकड़ों और शमशान-कब्रिस्तान के जारी आंकड़ों में अंतर क्यों है।
उन्होंने ट्वीट करके मोदी सरकार से सवाल करते हुए पूछा है कि मोदी सरकार ने आँकड़ों को जागरूकता फैलाने और कोविड वायरस के फैलाव को रोकने का साधन बनाने के बजाय प्रोपागैंडा का साधन क्यों बना दिया? आपको बता दें कि इस दौरान प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर पर जिम्मेदार कौन है शीर्षक के साथ एक वीडियो भी पोस्ट किया था।
कांग्रेस सचिव प्रियंका गांधी ने दावा किया है कि यूपी के पांच शहरों पांच दिनों में मौत का आंकड़ा 850 दर्शाया गया है जबकि शमशान और कब्रिस्तान में यहीं संख्या 4442 हैं, उन्होंने इस वीडियो में गुजरात के आंकड़ों का भी जिक्र किया और कहा कि 1 मार्च 2021 से लेकर 10 मई 2021 में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 4218 लोगों की मौत हुई जबकि शमशान घाट और कब्रिस्तान से 1 लाख 24 हज़ार डेथ सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं।
इस दौरान प्रियंका गांधी ने ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार को घेरते हुए सरकार से अपील की कि वह पीआर को नहीं बल्कि अब जनता को सर्वोपरि रखकर अपना कोई भी कार्य करें। आपको बता दें कि बीते सोमवार को भी प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया था जिसके बाद उन्होंने आज केंद्र के आंकड़ों और श्मशान घाट के आंकड़ों में भिन्नता बताते हुए केंद्र से सवाल पूछे।
नेहा शाह