दोनों चाचा के बाद अब भतीजे अखिलेश भी पहुंचे घोसी, 24 के सेमीफाइनल में कर रहे मुकाबला
घोसी में होने वाले उपचुनाव को 2024 के लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के नजरिए से देखा जा रहा है। जिसमें NDA और I.N.D.I.A. गठबंधन आपस में मुकाबले को तैयार...


घोसी में होने वाले उपचुनाव को 2024 के लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के नजरिए से देखा जा रहा है। जिसमें NDA और I.N.D.I.A. गठबंधन आपस में मुकाबले को तैयार...
घोसी में होने वाले उपचुनाव को 2024 के लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के नजरिए से देखा जा रहा है। जिसमें NDA और I.N.D.I.A. गठबंधन आपस में मुकाबले को तैयार है।
मुकाबले में दोनों चाचा की एक साथ एंट्री
जनता को ऐसा मौका अब बहुत कम ही देखने को मिलता है जब अखिलेश यादव के दोनों चाचा रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव एक साथ डेरा डारे कील कांटे दुरस्त कर रहे हों। इससे पहले यह नजारा डिंपल यादव के चुनाव में मैनपुरी सीट पर देखने को मिला था जिसका एक कारण यह भी था कि मैनपुरी को यादव परिवार अपनी पैतृक सीट मानता है।
यादव परिवार ने झोंकी पूरी ताकत
लेकिन मैनपुरी उपचुनाव के बाद यह नजारा अब घोसी की लोकसभा सीट पर देखने को मिल रहा है जिसमें सूबे के सबसे बड़े सियासी परिवार यादव परिवार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और अपनी टेरेटरी से बाहर रसूख दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
ज्यादातर उपचुनावों से दूर रहे हैं अखिलेश
2022 में हुए यूपी के विधानसभा चुनाव के बाद अब तक कुल 8 उपचुनाव हो चुके हैं जिनमें 5 विधानसभा और 3 लोकसभा की सीटों पर उपचुनाव हुआ है। जिसमें मैनपुरी की सीट छोड़कर अखिलेश यादव किसी सीट पर उपचुनाव में प्रचार करने नहीं पहुंचे। जबकि आजमगढ़ की सीट पर उनके भाई धर्मेंद्र यादव चुनाव मैदान में थे लेकिन वहां भी अखिलेश यादव चुनाव प्रचार के लिए नहीं पहुंचे। और आजमगढ़ की सीट पर सपा की हार हुई ।
अखिलेश गए फिर भी हारी रामपुर
रामपुर के लोकसभा उपचुनाव में अखिलेश यादव ने एक दिन भी चुनाव प्रचार नहीं किया और रामपुर की सीट सपा को गंवानी पड़ी । जिसे देख रामपुर की विधानसभा सीट पर जब उपचुनाव हुआ तब अखिलेश यादव वहां एक दिन चुनाव प्रचार करने पहुंचे । लेकिन अखिलेश के पहुंचने का कोई खास असर नहीं पड़ा और रामपुर की विधानसभा सीट पर भी सपा को हार का सामना करना पड़ा ।
अखिलेश ने खुद संभाली घोसी की कमान
घोसी सीट के उपचुनाव पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। तो वहीं अखिलेश यादव के दोनों चाचा कई दिनों से डेरा डाले हुए हैं। इसके बाद अखिलेश यादव ने खुद घोसी की कमान संभाल ली है। बीते दिन 29 तारीख को अखिलेश यादव खुद घोसी की लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार के लिए पहुंच चुके हैं।
बीजपी को ही नहीं, ओपी राजभर को भी करारा जवाब देने में जुटे अखिलेश
यूपी के विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल की कई सीटों पर सपा का पलड़ा भारी नजर आया। जिसके बाद ओम प्रकाश राजभर ने कई मंचों से चिल्ला चिल्लाकर ये बात कही कि सपा की ये जीत इसलिए हुई क्योंकि वो ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा के साथ गठबंधन में थी।
लेकिन यह गठबंधन अब पूरी तरीके से ध्वस्त हो चुका है और राजभर खुद अब बीजेपी के खेमें में हैं। तो राजभर के इस दावे का जवाब भी अखिलेश यादव घोसी सीट पर देना चाहते हैं।
(रिपोर्ट - अभिषेक कुमार मिश्र)